डोंगरी का चिंदी चोर कैसे बन गया अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद!
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नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम एक बार फिर खबरों में है। देश के
एक बड़े अंग्रेजी अखबार ने दाऊद इब्राहिम की सबसे ताजा तस्वीर छापी है। ये
तस्वीर 2012 की है। इस तस्वीर के साथ उसका मौजूदा पता और पासपोर्ट भी छपा
है। लेकिन दाऊद की तस्वीरों का एक पूरा जखीरा है। बदलते वक्त के साथ उसकी
तस्वीरें भी बदलती रहती हैं। हम बताते हैं कि कैसे मुंबई का एक छटा हुआ
गुंडा बन गया दाऊद इब्राहीम।
1979 में दाऊद मुंबई का एक छटा हुआ गुंडा था। उसका एक भाई
दुश्मनों की गोली का शिकार हो चुका था और दाऊद खुद मुंबई पुलिस के निशाने
पर था। मुंबई पुलिस के एक अफसर डी श्रीनिवासन ने नया तरीका तलाशा था कांटे
से कांटा निकालने का। किसी भी गुंडे को ठिकाने लगाने के लिए पुलिस दूसरे
गिरोह की मदद करती थी। तब गुंडागर्दी के अलावा दाऊद के पास इलेक्ट्रॉनिक
सामानों की तस्करी कमाई का जरिया भी था। लेकिन गीदड़ की तरह पुलिस से भागता
फिर रहा दाऊद सन 1984 में एक दिन मुंबई से निकल भागा।
तब से दाउद का अंदाज एकदम से बदल गया, अब वो डोंगरी का मामूली
चिंदी चोर नहीं, सोने का स्मगलर था। यही वो दौर था जब खाड़ी के मुल्कों में
क्रिकेट के मैच शुरू हुए और दाऊद इब्राहिम पूरी डी कंपनी के साथ मैच देखने
के लिए मैदान में डटा नजर आता था। आपने डी कंपनी की सट्टेबाजी के चर्चे
खूब सुने होंगे, लेकिन हम बताएंगे कि कैसे दाऊद की मौजूदगी में ही उसके
गुर्गे सट्टा लगाते थे। शारजाह के क्रिकेट स्टेडियम में बैठ मैच देखते दाऊद
की एक फोटो सामने आई।
दरअसल दाऊद वहां क्रिकेट ग्राउंड में बैठ सरेआम सट्टा लगा रहा
था। एक तस्वीर में छोटा राजन दाऊद के साथ दिखा था। छोटा राजन ठीक दाऊद की
दाहिनी तरफ मौजूद था तो बाईं तरफ शरद शेट्टी। शरद शेट्टी एक दौर में डी
कंपनी का मैनेजर हुआ करता था। उसकी दुबई में ही बाद में हत्या हो गई थी।
छोटा शकील और दाऊद का भाई अनीस भी साथ ही बैठे थे। बाद में छोटा राजन के
खिलाफ दाऊद को भड़काने का काम शकील और अनीस ने ही किया।
शरद शेट्टी की हत्या और राजन के अलग हो जाने के बाद डी कंपनी
के साम्राज्य में अचानक शकील की हैसियत बड़ी हो गई। उस जमाने में मोबाइल फोन
चलन में नहीं था, उस जमाने में बेहद महंगा वायरलेस फोन लेकर दाऊद के
गुर्गे सौदेबाजी करते थे। उन्हीं में से एक शख्स बताता है कि उस जमाने में
यूं ही शारजाह के मैदान में दाऊद की निगरानी में उसके गुर्गे सट्टेबाजी
करवाते थे।
मुंबई, पाकिस्तान और लंदन से बोली लगाने वालों के फोन आते थे।
इनमें से उस्मान गनी नाम के शख्स की अब मौत हो चुकी है। वो देश में टाडा
का आरोपी था और भाग कर दुबई पहुंचा था। डी कंपनी ऐसे लोगों की पनाहगाह थी।
सट्टेबाजी के इसी धंधे की कोख से पैदा हुई फिक्सिंग की फांस ने जेंटलमैन
गेम को ग्रहण लगा दिया है। खुफिया एजेंसियों के पास दाऊद की एक और फोटो है।
इस तस्वीर में दाऊद अपने गुर्गों के साथ एक टेबल पर बैठकर डिनर करता दिख
रहा है। दाऊद के इस दस्तरखान पर दाऊद के साथ छोटा राजन भी है। छोटा राजन के
साथ दिखने का मतलब साफ है कि ये तस्वीर दुबई की है। उस तस्वीर में मुंबई
का गुनहगार टाइगर मेमन भी है।