कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने सीखा योग
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जौनपुर। बालिकाएं किसी भी राष्ट्र की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विरासत को एक पीढ़ी से दूसरे तक हस्तान्तरित करने का सबसे सशक्त माध्यम होती हैं, इसलिये बचपन से ही बालिकाओं को योग की संस्कारशाला में संस्कारित करके उनके शारीरिक व मानसिक विकास करके अधिकतम विकास किया जा सकता है। उक्त बातें कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बरसठी की छात्राओं को दिये जा रहे योग प्रशिक्षण शिविर में खण्ड शिक्षा अधिकारी राजेश श्रीवास्तव ने कही। पतंजलि योग समिति एवं भारत स्वाभिमान के तत्वावधान में आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर में योग का क्रियात्मक अभ्यास योग विस्तारक अचल हरिमूर्ति के अलावा योग प्रशिक्षक लाल बहादुर व अरूण यादव द्वारा कराया गया। छात्राओं को योगिंग, जागिंग, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन सहित भस्त्रिका, कपाल भाति, अग्निसार, नौलिक्रिया, बाह्य प्राणायाम, भ्रामरी, उद्गीथ प्राणायामों के साथ ध्यान की विशेष प्रक्रिया का अभ्यास कराया गया। इस अवसर पर विद्यालय की वार्डेन ममता मौर्या, आशा सोनकर, चन्द्रलता, महेश प्रसाद, पंकज कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।