मीडिया समाज का दर्पण व दीपक
https://www.shirazehind.com/2015/08/blog-post_802.html
मीडिया समाज का दर्पण है और साथ ही साथ उस दीपक की तरह है जो अपनी कलम धार से समाज को प्रकाशमय करने का प्रयास करता है | लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ होने के नाते मीडिया की भूमिका समाज के प्रति और जिम्मेदाराना हो गयी है जबकि समाज का एक तबका अमानवीय कृत्यों व भ्रष्टाचार के दलदल में फस चूका है | मीडिया की भूमिका स्वस्थ समाज के लिए वाच डॉग की तरह है जो जनहित से जुड़े मुद्दे को अपनी कलम की तेज धार से शासन - प्रशासन के समक्ष उठा कर सत्य की राह पर चलने को विवस होता है | बदलते सामाजिक परिदृश्य में युवा वर्ग इन्टरनेट के माध्यम से सोशल मीडिया पर सूचनाओ का आदान - प्रदान बड़ी द्रुत गति से कर रहा है | प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रानिक मीडिया को पीछे छोड़ते हुए सोशल मीडिया समाज में नव चेतना का मार्ग प्रशस्त किया है ऐसे में पाठको को खबरे परोसते समय तथ्य परकता यथार्थ वादिता संतुलन जरुर होना चाहिए तथ्यों को तोड़ - मोड़ कर बढ़ा चढ़ाकर व सनसनीखेज बनाकर पाठको के सामने पेश करने की प्रवृति छोड़ना होगा नहीं तो पत्रकारों की पत्रकारिता पर विश्वनीयता का प्रश्न खड़ा हो जायेगा | देश की आजादी के समय पत्रकारों ने जान की बाजी लगा निस्वार्थ भावना से अपनी कलम के माध्यम से देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी |
संजीव सिंह ( आज, पत्रकार खुटहन जौनपुर )
संजीव सिंह ( आज, पत्रकार खुटहन जौनपुर )