ट्रान्सफार्मर के बैरिकेटिग में लाखों का खेल
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जौनपुर। विद्युत आर्पूित के लिए लगाये गए ट्रांसफार्मरों की बैरिके¨डग के नाम पर जमकर हेराफरी की गई है। ट्रांसफार्मर लगाने के सालों बाद भी उनकी बैरिके¨डग नहीं कराई गई। नगर पंचायतों व ग्रामीण इलाकों में खुले स्थान पर ट्रांसफार्मरों को रख कर लाखों की हेराफेरी की गई है। ऐसे ट्रांसफार्मर दुर्घटना का सबब बने हुए हैं। विद्युत आर्पूित के लिए 63 केवीए से अधिक पावर वाले ट्रांसफार्मर की बैरिकेडिग कराने के नाम पर विद्युत विभाग द्वारा लाखों रुपये का बिल पास कराया गया है। इसके बाद भी जनपद के नगर पंचायतों व ग्रामीण इलाकों में विद्युत आर्पूिर्त के लिए लगाये गये अधिकतर ट्रांसफार्मरों की बैरिकेडिग नहीं कराई। इसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। खुले स्थान पर ट्रांसफार्मर होने की वजह से मवेशी व गांव के बच्चे अक्सर करंट की चपेट में आ जाते हैं। यही नहीं कई लोग काल के गाल में समा चुके हैं। इसकी शिकायत भी जनपदवासियों ने कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों व जिला प्रशासन से की थी। इसके बाद खुले स्थान पर रखे गए ट्रांसफार्मर की बैरिकेडिंग नहीं कराई गई। इसको लेकर लोगों में विद्युत विभाग के अधिकारियों के प्रति खासा आक्रोश है। विद्युत विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अधिक पावर वाले ट्रांसफार्मरों की बैरिकेडिग के लिए स्टीमेट पास कराया जाता है। इसके बाद ठेकेदारों को विभाग की ओर से धन भी दिया जाता है। ट्रांसफार्मर में बैरिकेडिग न कराने कराने के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।