पूर्व में अगवा की गयी किशोरी को पुनः उठा ले गये आरोपी
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अपहृता की मां ने मुख्यमंत्री के समक्ष लगायी न्याय की गुहार
जौनपुर। शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला ढालगर टोला निवासी नाजनीन बेगम ने आरक्षी अधीक्षक, जिलाधिकारी से लेकर मानवाधिकार आयोग एवं मुख्यमंत्री तक प्रार्थना पत्र प्रेषित करके न्याय की गुहार लगायी है। दिये गये पत्रक के अनुसार लगभग 16 वर्षीया उसकी पुत्री एनम फात्मा का 20 अगस्त 2013 को मोहल्ले के ही कुछ दबंग किस्म के लोगों ने अगवा कर लिया था। उस बाबत कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या 1143/13 के अन्तर्गत धारा 363 व 366 आईपीसी का मुकदमा दर्ज हुआ। विवेचना के दौरान धारा 363, 366, 376 आईपीसी के तहत आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत हुआ जहां न्यायालय द्वारा 4 लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम बढ़ाने का आदेश पारित हुआ। मामला वर्तमान में एडीजे प्रथम के यहां विचाराधीन है जहां शिकायतकर्ता की गवाही भी हो चुकी है। इसी बीच सभी आरोपी मिलकर 12 जून 2015 को पूर्व में अगवा की गयी पीडि़ता एनम फात्मा को जान से मारने की धमकी देते हुये पुनः उठा ले गये। जाते समय शिकायतकर्ता के पुत्र सनी व हनी को भी जमकर मारे-पीटे। सरकार बनाम आदिल धारा 363, 366 व 376 आईपीसी व 4 पाक्सो एक्ट के मुख्य गवाह (अपहृता) एनम फात्मा को मुल्जिमानों के कब्जे से मुक्त कराने की मांग करते हुये शिकायतकर्ता ने आरक्षी अधीक्षक, जिलाधिकारी, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित करके न्याय की गुहार लगायी है।
जौनपुर। शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला ढालगर टोला निवासी नाजनीन बेगम ने आरक्षी अधीक्षक, जिलाधिकारी से लेकर मानवाधिकार आयोग एवं मुख्यमंत्री तक प्रार्थना पत्र प्रेषित करके न्याय की गुहार लगायी है। दिये गये पत्रक के अनुसार लगभग 16 वर्षीया उसकी पुत्री एनम फात्मा का 20 अगस्त 2013 को मोहल्ले के ही कुछ दबंग किस्म के लोगों ने अगवा कर लिया था। उस बाबत कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या 1143/13 के अन्तर्गत धारा 363 व 366 आईपीसी का मुकदमा दर्ज हुआ। विवेचना के दौरान धारा 363, 366, 376 आईपीसी के तहत आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत हुआ जहां न्यायालय द्वारा 4 लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम बढ़ाने का आदेश पारित हुआ। मामला वर्तमान में एडीजे प्रथम के यहां विचाराधीन है जहां शिकायतकर्ता की गवाही भी हो चुकी है। इसी बीच सभी आरोपी मिलकर 12 जून 2015 को पूर्व में अगवा की गयी पीडि़ता एनम फात्मा को जान से मारने की धमकी देते हुये पुनः उठा ले गये। जाते समय शिकायतकर्ता के पुत्र सनी व हनी को भी जमकर मारे-पीटे। सरकार बनाम आदिल धारा 363, 366 व 376 आईपीसी व 4 पाक्सो एक्ट के मुख्य गवाह (अपहृता) एनम फात्मा को मुल्जिमानों के कब्जे से मुक्त कराने की मांग करते हुये शिकायतकर्ता ने आरक्षी अधीक्षक, जिलाधिकारी, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित करके न्याय की गुहार लगायी है।