
जौनपुर। जिले के माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति बदहाल है। विषय विशेषज्ञों की नियुक्ति न होने से एक शिक्षक कई विषय को पढ़ाने के औपचारिकता निभा रहे है। विद्यालयों में कंप्युटर तो उपलब्ध है लेकिन कंप्युटर शिक्षक की तैनाती नहीं की गयी है। विज्ञान विषय का यही हाल है। सब मनमानी चलाया जा रहा है और कोई रोक टोकर करने वाला भी नहीं है। विद्यालयों में खेल के मैदान है लेकिन खेल अध्यापक की तैनाती नहीं है। प्रधानाचार्य दावा करते हुए कहते है कि हो कुछ भी रिजल्ट कॉलेज का हमेशा अच्छा गया है। कई वर्षो से हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट 85 से 90 फीसद रहा है। नगर निवासी शिक्षक ललित प्रकाश का कहना है कि छात्राओं के बेहतर शिक्षा देने के लिए महत्वपूर्ण विषयों के लिए उसी विषय के शिक्षक की कम से कम तैनाती अवश्य होनी चाहिए। ताकि छात्राओं को दूसरे कॉलेज में दाखिला लेने के लिए विवश न होना पड़े। शिक्षक आशुतोष शुक्ल का कहना है कि प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग शिक्षक होना चाहिए।