रंगोली प्रतियोगिता आयोजित, आदर्श अखाड़ा ने की आतिशबाजी
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शिवांगी कश्यप प्रथम, दिव्या रावत द्वितीय व तनुश्री साहू तृतीय
जौनपुर। धार्मिक संस्था श्री संकट मोचन संगठन के बैनर तले नखास के गोपी घाट (शाही पुल के बगल) को बुधवार को देव दीपावली के दिन 10001 दीपों से सजाया गया। साथ ही बगल स्थित शिवमंदिर को भी सजाया गया जिसे देखने के लिये हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान आयोजन समिति द्वारा हवन-पूजन के साथ आदि गंगा गोमती की आरती उतारी गयी जहां हुये जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। इसके पहले रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जहां निर्णायक मण्डल द्वारा प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतिभागी का चयन हुआ जिन्हें स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में कुल 15 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जहां निर्णायक मण्डल में सुरेन्द्र दूबे, साधना दूबे, सीमा तिवारी, डा. प्रीति सिंह, आदित्य चैधरी व विकास निषाद रहे। निर्णय के अनुसार शिवांगी कश्यप प्रथम, दिव्या रावत द्वितीय व तनुश्री साहू तृतीय आयी। इसके बाद शाम होते ही पूरे घाट को 10001 दीपों से सजाया गया जिसे देखकर लगा कि मानो आसमान के तारे जमीन पर उतर आये हैं। इस दौरान जनपद का प्राचीनतम आदर्श अखाड़ा द्वारा अद्भुत आतिशबाजी का नजारा पेश किया गया जो लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना रहा। पूरे कार्यक्रम का संचालन राघवेन्द्र जायसवाल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सूरज निषाद, रविन्द्र कुमार, डा. कमलेश, धीरज निषाद, पूर्व सभासद लक्ष्मण बेनवंशी, राजू चैधरी, विकास निषाद, बलराम निषाद, सूरज पण्डा, भोला यादव, अनिल मिश्रा, कुन्दन निषाद, चन्दन निषाद, राकेश निषाद, शन्नी निषाद, मनोज निषाद, अमित निषाद, सरोज कुमार, पिण्टू निषाद, शनि जायसवाल, विजय मौर्या, अंकुर गुप्ता, भीम निषाद, संजय निषाद, संतोष गुप्ता सहित अन्य लोगों का सहयोग सराहनीय रहा। अन्त में जिला तलवारबाजी संघ के सचिव लालजी निषाद ने समस्त लोगों के प्रति आभार जताय
जौनपुर। धार्मिक संस्था श्री संकट मोचन संगठन के बैनर तले नखास के गोपी घाट (शाही पुल के बगल) को बुधवार को देव दीपावली के दिन 10001 दीपों से सजाया गया। साथ ही बगल स्थित शिवमंदिर को भी सजाया गया जिसे देखने के लिये हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान आयोजन समिति द्वारा हवन-पूजन के साथ आदि गंगा गोमती की आरती उतारी गयी जहां हुये जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। इसके पहले रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जहां निर्णायक मण्डल द्वारा प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतिभागी का चयन हुआ जिन्हें स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में कुल 15 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जहां निर्णायक मण्डल में सुरेन्द्र दूबे, साधना दूबे, सीमा तिवारी, डा. प्रीति सिंह, आदित्य चैधरी व विकास निषाद रहे। निर्णय के अनुसार शिवांगी कश्यप प्रथम, दिव्या रावत द्वितीय व तनुश्री साहू तृतीय आयी। इसके बाद शाम होते ही पूरे घाट को 10001 दीपों से सजाया गया जिसे देखकर लगा कि मानो आसमान के तारे जमीन पर उतर आये हैं। इस दौरान जनपद का प्राचीनतम आदर्श अखाड़ा द्वारा अद्भुत आतिशबाजी का नजारा पेश किया गया जो लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना रहा। पूरे कार्यक्रम का संचालन राघवेन्द्र जायसवाल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सूरज निषाद, रविन्द्र कुमार, डा. कमलेश, धीरज निषाद, पूर्व सभासद लक्ष्मण बेनवंशी, राजू चैधरी, विकास निषाद, बलराम निषाद, सूरज पण्डा, भोला यादव, अनिल मिश्रा, कुन्दन निषाद, चन्दन निषाद, राकेश निषाद, शन्नी निषाद, मनोज निषाद, अमित निषाद, सरोज कुमार, पिण्टू निषाद, शनि जायसवाल, विजय मौर्या, अंकुर गुप्ता, भीम निषाद, संजय निषाद, संतोष गुप्ता सहित अन्य लोगों का सहयोग सराहनीय रहा। अन्त में जिला तलवारबाजी संघ के सचिव लालजी निषाद ने समस्त लोगों के प्रति आभार जताय