सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का कार्य करता है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ : बांकेलाल
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जफराबाद में मकर संक्रान्ति को समरसता दिवस के रूप में मनाया संघ
जफराबाद। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, शाखा जफराबाद द्वारा मकर संक्र्रान्ति का पर्व शुक्रवार को समरसता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर संघ के कार्यकताओं द्वारा खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया जिसमें स्वयं सेवकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर.एस.एस. के प्रान्त कार्यवाहक बांकेलाल ने सर्वप्रथम उपस्थित लोगों को मकर संक्रान्ति का बधाई दी और कहा कि भारत देश विविधता में एकता का संदेश देता है। इस देश विभिन्न भाषा, बोलियां जाति, सम्प्रदाय के लोग निवास करते है। मकर संक्रान्ति का पर्व आसाम में बिहू के नाम से तो पंजाब में लोहरी के नाम से मनाया जाता है। कहीं पोंगल के नाम से तो कहीं खिचड़ी के नाम से मनाया जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यो एवं उद्देश्यांे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं जाति-पाति, भेद-भाव को दूर करना ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मुख्य उद्देश्य है। यह कार्य सन् 1925 से संघ अनवरत करता चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह लगने वाला शाखा सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए संध का सबसे उत्तम प्रयोगशाला है। संघ जाति-पाति, भेद-भाव को मिटाकर समाज को जोड़ने का कार्य कर रहा है, तोड़ने का नहीं। उन्होने के कहा कि आज के नेता जाति सम्मेलनों का आयोजन कर देश की एकता और अखण्डता को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वे लोगांे पर राज कर सके। स्वयं सेवक शिव कुमार अग्रहरि ने संघ गीत एवं मातृ वन्दना प्रस्तुत किया। क्रार्यक्रम उपस्थित लोगों को खिचड़ी खिलाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी प्रमोद बरनवाल ने तथा संचालन प्रदीप कुमार सेठ ने किया। खण्ड सर संचालक रामेश्वर बरनवाल ने अतिथियों एवं आगन्तुकों के प्रति आभार प्रकट किया। ंइस अवसर पर योगेन्द्र श्रीवास्तव, अमलेश मौर्य, भगवन्ता बरनवाल, श्रीकान्त सिंह, कमेलश निगम, बादल सोनकर, रामजी चैरसिया रौनक बरनवाल, शिवानन्द, राम अवतार, दिनेश सेठ, जयहिन्द , शनि सेठ, मुण्डा, राजकेशर एडवोकेट सहित भारी संख्या में स्वयं सेवक उपस्थित रहे।
जफराबाद। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, शाखा जफराबाद द्वारा मकर संक्र्रान्ति का पर्व शुक्रवार को समरसता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर संघ के कार्यकताओं द्वारा खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया जिसमें स्वयं सेवकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर.एस.एस. के प्रान्त कार्यवाहक बांकेलाल ने सर्वप्रथम उपस्थित लोगों को मकर संक्रान्ति का बधाई दी और कहा कि भारत देश विविधता में एकता का संदेश देता है। इस देश विभिन्न भाषा, बोलियां जाति, सम्प्रदाय के लोग निवास करते है। मकर संक्रान्ति का पर्व आसाम में बिहू के नाम से तो पंजाब में लोहरी के नाम से मनाया जाता है। कहीं पोंगल के नाम से तो कहीं खिचड़ी के नाम से मनाया जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यो एवं उद्देश्यांे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं जाति-पाति, भेद-भाव को दूर करना ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मुख्य उद्देश्य है। यह कार्य सन् 1925 से संघ अनवरत करता चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह लगने वाला शाखा सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए संध का सबसे उत्तम प्रयोगशाला है। संघ जाति-पाति, भेद-भाव को मिटाकर समाज को जोड़ने का कार्य कर रहा है, तोड़ने का नहीं। उन्होने के कहा कि आज के नेता जाति सम्मेलनों का आयोजन कर देश की एकता और अखण्डता को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वे लोगांे पर राज कर सके। स्वयं सेवक शिव कुमार अग्रहरि ने संघ गीत एवं मातृ वन्दना प्रस्तुत किया। क्रार्यक्रम उपस्थित लोगों को खिचड़ी खिलाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी प्रमोद बरनवाल ने तथा संचालन प्रदीप कुमार सेठ ने किया। खण्ड सर संचालक रामेश्वर बरनवाल ने अतिथियों एवं आगन्तुकों के प्रति आभार प्रकट किया। ंइस अवसर पर योगेन्द्र श्रीवास्तव, अमलेश मौर्य, भगवन्ता बरनवाल, श्रीकान्त सिंह, कमेलश निगम, बादल सोनकर, रामजी चैरसिया रौनक बरनवाल, शिवानन्द, राम अवतार, दिनेश सेठ, जयहिन्द , शनि सेठ, मुण्डा, राजकेशर एडवोकेट सहित भारी संख्या में स्वयं सेवक उपस्थित रहे।