दहेज में तीन लाख रूपये नगद बुलेट मोटरसाइकिल न मिलने पर दूल्हा तिलक चढ़वाने से किया इंकार
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जौनपुर । सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सोनिकपुर गांव से रविवार को तिलक
चढाने पहुंचे लङकी पक्ष को बैरन वापस आना पङा । दहेज में तीन लाख रूपये नगद
बुलेट मोटरसाइकिल न मिलने पर लङका तिलक से उठ कर भाग गया । जबकि शादी 14
अप्रैल को होनी है, लङके ने शादी करने से भी इनकार कर दिया ।लङकी के पिता
ने केराकत कोतवाली को तहरीर दिया है ।
सोनिकपुर गांव के निवासी जयप्रकाश सेना में जवान हैं, इनकी पुत्री माधुरी (शिक्षाप्रेरक) की शादी केराकत थानाक्षेत्र के चौरा गांव निवासी स्व. बीरबल के बेटे राजकमल से 14 अप्रैल को होनी थी, जो पेशे से शिक्षक हैं ।जबकि तीन माह पूर्व हुए बरछा में लङकी के पिता ने 55 हजार नगद व चैन चढा चूके ,लङकी के पिता ने जब रविवार को तिलक चढाने तीन दर्जन लोगों के साथ पहुंचे तो वहां कोई तैयारी नहीं थी,।लङका राजकमल ने सबसे पहले अगुआ से पूछा कि पैसे पूरे या नहीं, जबाब दिया कि आधा आज देगे शेष शादी के मौके पर देगे । उसके बाद बुलेट न लाने का कारण पूछा तो वह भी शादी के मौके पर देने की बात कही । जिसके बाद दहेज का भूखा लङका भङक गया । हम शादी ही नहीं करेंगे सभी लोग लौट जाये।उसके बाद लङका धीरे से वहां से भाग गया । , लङकी के पिता शादी तैयारी पूरी हो चुकने व सैकडों लोगों को निमंत्रण बट जाने के साथ इज्जत का हवाला दिया लेकिन उसे कोई असर नहीं हुआ, काफी अनुनय के बाद भी लङका नहीं माना तो थक हार कर केराकत कोतवाली में तहरीर देकर उसी दिन को शादी कराने की मांग किया है।
सोनिकपुर गांव के निवासी जयप्रकाश सेना में जवान हैं, इनकी पुत्री माधुरी (शिक्षाप्रेरक) की शादी केराकत थानाक्षेत्र के चौरा गांव निवासी स्व. बीरबल के बेटे राजकमल से 14 अप्रैल को होनी थी, जो पेशे से शिक्षक हैं ।जबकि तीन माह पूर्व हुए बरछा में लङकी के पिता ने 55 हजार नगद व चैन चढा चूके ,लङकी के पिता ने जब रविवार को तिलक चढाने तीन दर्जन लोगों के साथ पहुंचे तो वहां कोई तैयारी नहीं थी,।लङका राजकमल ने सबसे पहले अगुआ से पूछा कि पैसे पूरे या नहीं, जबाब दिया कि आधा आज देगे शेष शादी के मौके पर देगे । उसके बाद बुलेट न लाने का कारण पूछा तो वह भी शादी के मौके पर देने की बात कही । जिसके बाद दहेज का भूखा लङका भङक गया । हम शादी ही नहीं करेंगे सभी लोग लौट जाये।उसके बाद लङका धीरे से वहां से भाग गया । , लङकी के पिता शादी तैयारी पूरी हो चुकने व सैकडों लोगों को निमंत्रण बट जाने के साथ इज्जत का हवाला दिया लेकिन उसे कोई असर नहीं हुआ, काफी अनुनय के बाद भी लङका नहीं माना तो थक हार कर केराकत कोतवाली में तहरीर देकर उसी दिन को शादी कराने की मांग किया है।