बारिश से तपती धरती को राहत
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जौनपुर। तप रही धरती को पानी की सख्त जरूरत थी और मंगलवार को दूसरे दिन भी दोपहर में हुई बारिश से कुछ राहत मिली। आसामन पर बादल छाये ही थे उमस से लोग बेहाल रहे और आधे घण्टे झमाझम बारिश हुई जिससे अनेक स्थानो ंपर जलजमाव हो गया जिससे लोगों को आने जाने में कठिनाई महसूस हुई। जबकि किसानों की उम्मीद पूरी हुई तथा खेती को लाभ पहुंचा। ज्ञात हो कि आसमान से शोले बरस रहे हैं। भीषण गर्मी और आद्रा नक्षत्र की उमस तनाव पैदा कर रही है जो लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। कई दिनों से बारिश की बांट जो रहे किसान मेघ के न बरसने से मायूस हो जा रहे हैं। धान की बेहन सूख रही है तो सब्जियों की फसले भी मुरझा रही है। यह दीगर बात है कि आसमान पर बादल छाये रहते हैं और नाम मात्र की बूंदा बांदी भी होती है इसके बावजूद वर्षा का नामोनिशान नजर नहीं आता है। मानसून की शुरूआती बारिश अच्छा संकेत किसान मान रहे है। सभी को और पानी गिरने का इन्तजार था।