मान्यता के लिए निर्धारित मानक
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जौनपुर। नर्सरी से कक्षा 8 तक स्कूल की मान्यता लेने के लिए शिक्षा का अधिकार नियमावली 2011नई मान्यता नीति के मुताबिक स्कूल भवन नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार रहने चाहिए। स्कूल के शिक्षकों और कर्मियों को अग्निशमन उपकरणों का प्रशिक्षण प्राप्त होना चाहिए एवं उपकरण लगा हो। हिंदी मीडियम की मान्यता लेने वाले प्राथमिक स्कूलों के लिए पांच कक्षायें तथा उच्च्च प्राथमिक स्कूल के लिए तीन अतिरिक्त कक्षाएं जरूरी होती है । प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल के लिए प्रति छात्र 9 फीट तथा क्लास रूम का पूरा क्षेत्रफल 180 वर्ग फीट से कम नहीं होना चाहिए। प्रत्येक क्लास रूम में 20 बच्चों के बैठने की व्यवस्था होगी। प्रधानाध्यापक व स्टाफ के लिए अलग कमरा होगा प्री-प्राइमरी से प्राइमरी तक के लिए 200 बच्चे और 7 क्लास रूम, प्राइमरी के लिए 150 बच्चे 5 क्लास रूम, प्री-प्राइमरी से जूनियर हाईस्कूल तक के लिए 275 बच्चे 10 क्लास रूम तथा प्राइमरी से जूनियर हाईस्कूल के लिए 225 बच्चे और 8 क्लास रूम होने चाहिए। मानक और शर्तों को पूरा करने वाले नर्सरी, प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों का रंग सफेद होना चाहिए। मान्यता लेने वाले स्कूलों में खेल का मैदान होना जरूरी है।लेकिन नगर मे ही आधा दर्जन विधालय ऐसे है जिनके पास खेल का मैदान व अन्य सुविधाये नही है। प्रधानाध्यापक, कार्यालय और स्टाफ के लिए अलग-अलग कमरे होने चाहिए। छात्र-छात्रओं तथा शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए अलग-अलग मूत्रालय व शौचालय होने चाहिए। स्कूल में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। इतनी मानक पूरा होने पर मान्यता मिलना चाहिए पर भ्रष्ट अधिकारियों के चलते जिले में 13 से 30 फीट चैड़े आवासीय मकान में भी स्कूल की मान्यता मिल गयी है ।