बैक मैनेजर ने दिखाया मानवता
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जौनपुर। केन्द्र सरकार द्वारा एक हजार रुपये तथा पांच सौ के नोट बन्द किये जाने के बाद से हीं बैंक के भीतर हीं नहीं बल्कि शाखा के बाहर भी ग्राहकों की भीड़ है । इस नोट बन्दी के महासमर में कई बूढ़े एवं रोगियों ने अपने प्राणों की आहुति तक दे दी और बिना रूपया निकाले खाली हाथ हीं स्वर्ग सिधार गये। वहीं भारी भीड़ के बीच भारतीय स्टेट बैंक की शाखा पट्टीनरेनरेन्द्रपुर में रूपये निकालने आयी 85 वर्षीया ललिता देवी को शाखा प्रबंधक ब्रजेश चन्द्र त्रिपाठी व फील्ड आफिसर सर्वेश यादव ने ससम्मान शाखा के अन्दर उस वृद्धा को कुर्सी पर बैठाया तथा वहीं निकासी पर्ची पर हस्ताक्षर कराने के उपरान्त शाखा प्रबंधक ने अपने हाथों से हीं रूपये प्रदान किये। जहां एक ओर इस कठिन दौर में सहजता से भुगतान प्राप्त करने के उपरान्त वृद्धा ने बैंक कर्मचरियों को प्रसन्न मन से सपरिवार सुखी रहने का आशीर्वाद दिया वहीं दूसरी ओर उपस्थित लोगों ने शाखा प्रबन्धक के मानवीय संवेदना की प्रशंसा की।