बैकों पर कतार, नोट की समस्या बरकरार
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जौनपुर। नोट बन्दी के एक माह हो गये लेकिन बैंक और एटीएम पर गुरूवार को भी रुपये के लिए मारामारी मची रही। ज्यादातर बैंक और एटीएम नो कैश की समस्या से जूझते रहे। नोटबंदी की घोषणा के 30 दिन बाद भी रुपये की कमी से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। छोटी-छोटी जरूरतों के लिए लोग दूसरे से उधार मांग रहे हैं। कैशलेस व्यवस्था अपनाने की हिचक से दिक्कत और बढ़ रही है। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों के बैंकों और एटीएम पर लगने वाली लाइन लगातार बढ़ती जा रही है। बैंकों में रुपये जमा करने वालों से ज्यादा निकालने वालों की लाइन लगी है। जिले में विभिन्न बैंकों की शाखाओं और एटीएम पर भारी भीड़ लगी रहती है। भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और एटीएम से ही लोगों को राहत मिल रही है। एसबीआइ के एटीएम से रुपये निकालकर घर जा रहे महेश मौय्र ने बताया कि सरकार ने एटीएम से ढाई हजार रुपये निकालने के आदेश दिए हैं लेकिन दो हजार रुपये ही मिल पा रहे हैं। नोटबंदी की घोषणा से पहले सरकार को अपनी तैयारी पूरी कर लेनी चाहिए थी। दर्जनों बैकों के सामने सुबह से लाइन लग गई थी। दोपहर बारह बजे तक बैंक में कैश न होने से अफरा-तफरी की स्थिति रही। साढ़े बारह बजे कैश आया, तो शाखा प्रबंधक ने उपभोक्ताओं को समझाकर लाइन लगवाया और क्रमवार महिला-पुरुष को भुगतान किया। ज्ञात हो कि बैकों से रूपया न मिलने पर चक्का जाम और बैक कर्मियों से मारपीट हो रही है। अशान्ति का वातावरण लगातार बना हैं । बैक के ग्राहकों का धैर्य टूट रहा है।