‘सतत् पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम’ शुभारम्भ
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जौनपुर।
अभिलेखों का रख-रखाव सुनियोजित ढंग से होना चाहिए। हमारे जीवन के प्रत्येक
स्तर पर चाहे वह शैक्षणिक या व्यवसायिक हो सभी जगहों पर हमें अभिलेखों की
आवश्यकता पड़ती है। उक्त विचार रचना विशेष विद्यालय में भारतीय पुनर्वास
परिषद द्वारा आयोजित ‘सतत् पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम’ के तीन दिवसीय
प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारम्भ मौके पर विद्यालय के प्रबन्धक नसीम अख्तर
ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम
की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के मुख्य समन्वयक सुनील कुमार गुप्ता ने
कहाकि शिक्षण कार्य की सफलता अभिलेखों द्वारा भी सुनिश्चित की जाती है।
किसी भी विद्यालय में अभिलेखों से जुड़ी तमाम जानकारी को यथोचित व्यवस्थित
रखना जरूरी है। विद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार सिंह ने
व्याख्यान देते हुए कहाकि अभिलेखों की आवश्यकता एवं अभिलेखों का रख-रखाव
हमारे जीवन में अहम स्थान रखता है। अभिलेखों की आवश्यकता राज्य की कानूनी
आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु वित्तीय आवश्यकताओं, अनुसंधान के लिए दिशा
निर्देशात्मक, संस्थागत गतिविधियों के मूल्यांकन में कुशल संचालन के लिए
अभिलेखों की आवश्यकता पड़ती है। सरकारी तथा गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं में
अभिलेखों का रख-रखाव अत्यन्त महत्वपूर्ण होता है। इसके पूर्व कार्यक्रम का
शुभारम्भ डॉ. संतोष कुमार सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर
दीप प्रज्जवलित कर किया। विद्यालय के अन्य प्रवक्ताओं, ब्रज राज सिंह,
अरविन्द यादव, धर्मेन्द्र, सचिन यादव, पूनम श्रीवास्तवा, अम्बे देवी द्वारा
व्याख्यान दिया गया।