भ्रष्टाचार के कारण व निवारण विषयक दो दिवसीय शिविर आयोजित
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जौनपुर।
ग्रामीण विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्राथमिक विद्यालय चकगोपालपुर
करंजाकला में ‘भ्रष्टाचार के कारण एवं उसके निवारण‘ के सन्दर्भ में दो
दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न गांव के 35 युवकों व
युवतियों ने सहभागिता किया। षिविर के प्रथम दिन गांधीवादी चितंक नन्द लाल
वर्मा ने कहा कि समाज में बढ़ रहे भ्रष्टाचार रूपी दानव को गांधी विचारधारा
द्वारा ही रोका जा सकता है। गांधी जी का सपना था कि गांव-मोहल्ले का विवाद
आपस में बातचीत करके ही समाप्त कर लिया जाय। जब तक हमारे शासन तंत्र में
जवाबदेही की व्यवस्था कड़ाई से लागू नहीं होगा तब तक भ्रष्टाचार पर लगाम
नहीं लगाया जा सकता। षिविर में प्रतिभागियों द्वारा भ्रष्टाचार के कारण,
भ्रष्टाचार कैसे, भ्रष्टाचार के निवरण पर खुल कर चर्चा की गयी।
प्रतिभागियों ने अपना मत दिया कि यदि भ्रष्टाचार से छुटकारा पाना है तो
हमें रिष्वत लेना-देना दोनो से विरत रहना चाहिये। प्रतिभागियों द्वारा यह
बात उठायी गयी कि समाज में गरीबी, असमानता, सार्वजनिक सेवा में कार्यरत
अधिकारी कर्मचारीगण के लिये कार्य के प्रति जबावदेही निष्चित करने में
षिथिलता मुख्य रूप से भ्रष्टाचार का कारण है। षिविर के दूसरे दिन
भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के रणनिति पर चर्चा की गयी। षिविर में गांधीवादी
विचारक राज बहादुर यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने हेतु
एकजुटता एवं दृढ़ संकल्प जरूरी है। सहभागिता में सम्मिलित लोगों ने अपना
पक्ष रखा कि इस समय सरकारी तंत्र द्वारा संचालित अनेक योजनाएं भ्रष्टाचार
की भेढ़ चढ़ गयी है। प्रतिभागियों द्वारा यह भी निष्कर्ष निकाला गया किं यदि
हम भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं तो अनेक कठिनाइयों का सामना करना
होगा जिसके लिये हमें सदैव तैयार रहना होगा। सिंकदर मौर्य व आरती सिंह ने
बताया कि भ्रष्टाचार को जड़ से उन्मूलन करने के लिये हमें योजनाबद्व तरीके
से रणनीति बनानी होगी। इसके साथ हमको भी बदलना होगा। षिविर में समाजसेवी
शैलेन्द्र निषाद ने कहा कि कड़े कानून के साथ व्यक्ति की नैतिक मूल्य में
वृद्धि होना जरूरी है जिससे भ्रष्टाचार को रोका जा सकता है। नैतिक अवमूल्यन
भ्रष्टाचार की नींव है। सभी प्रतिभागियों को संस्था की तरफ से प्रमाण पत्र
दिया गया। अन्त में अयोजक रमेष यादव ने षिविर में आये प्रतिभागियों के
प्रति आभार व्यक्त किया। षिविर में गीता, ज्योति, रीमा, किरन, संजय, पूजा
उपस्थित रहे।