ठगी का जरिया बना आन लाइन शापिंग
https://www.shirazehind.com/2017/06/blog-post_364.html
जौनपुर। जिस तरह से आनलाइन शापिग का व्यापार बढ़ा है उसी तेजी से उपभोक्ताओं के साथ ठगी ने भी रफ्तार पकड़ी है। जिले में भी दर्जनों लोग आन लाइन खरीदारी में ठगी का शिकार हो चुके है। दरअसल आनलाइन शा¨पग में ग्राहकों का विश्वास जगने के बाद कई ऐसी नई शापिग कंपनियों ने बाजार में कदम रख दिया है, जो आफर के नाम पर ग्राहकों को नकली सामान थमा देती है। ठगी के बावजूद ज्यादातर ग्राहक अपने हक और अधिकार के लिए लड़ते नहीं बल्कि शांत हो जाते हैं। ऐसा इसलिए भी नहीं क्योंकि ऐसी ज्यादातर कंपनियों का पता व संपर्क सूत्र ढूंढना मुश्किल होता है। इसके चलते कंपनियों के हौसले भी बढ़ते जा रहे हैं। अब तो आनलाइन शा¨पग के नाम पर ठगी की घटनाएं सामने आने लगी हैं। वेबसाइट पर आनलाइन शापिंग कंपनी के बारे में जानकारी एकत्रित करने के बाद ही खरीदारी करें। किसी भी आनलाइन शा¨पग कंपनी का सामान न खरीदें जो नई हों। पांच हजार से ऊपर के किसी भी सामान की जांच के बाद ही डिलीवरी का भुगतान करें। ज्यादातर कंपनियां आनलाइन खरीदारी पर वारंटी नहीं देती हैं, इसका ख्याल रखें। जिस साइट से खरीदारी करें उसकी पूरी जानकारी, पता व बिल संभाल कर रखें। आनलाइन शा¨पग में ठगी के शिकार हुए ग्राहक सादे कागज पर शिकायत करके स्वयं या किसी पैरोकार के जरिये जिला उपभोक्ता संरक्षण फोरम में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। माल, सेवाओं या मांगी गई क्षतिपूर्ति की कुल राशि 20 लाख से कम है तो जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज करायें।

