वित्तविहीन शिक्षकों ने डीआईओएस कार्यालय में की तालाबन्दी
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जौनपुर। मानदेय
सहित दस सूत्रीय मांगो को लेकर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक व प्रधानाचार्य
महासभा के बैनर तले सोमवार को शिक्षकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक
कार्यालय के मुख्य द्वार पर तालाबन्दी कर काम-काज ठप करा दिया। शिक्षकों की
गर्जना से पूरा कार्यालय गूंज पड़ा।
डीआइओएस कार्यालय
परिसर में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों ने सरकार विरोधी नारा लगाते हुए सभा
कर मुख्यमंत्री के नाम दस सूत्रीय मांग सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी रमाशंकर
निषाद को ज्ञापन सौपा।
वित्तविहीन शिक्षक महासभा के
प्रदेशीय नेतृत्व व शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी के आह्वान पर प्रधानाचार्य
महासभा के प्रांतीय प्रधान महासचिव अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में दिन में
11 बजे जिले के विभिन्न तहसीलों व ब्लाकों से आये सैकड़ो शिक्षक नारेबाजी
करते हुए कार्यालय के मुख्य द्वार पर तालाबन्दी कर प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शन थोड़े ही समय में सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। सभा को
सम्बोधित करते हुए अखिलेश सिंह में कहा कि सपा सरकार द्वारा वित्तविहीन
शिक्षकों को दिया जाने वाला मानदेय भाजपा सरकार द्वारा बन्द करना
दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि राष्ट्र निर्माता कहे जाने वाले प्रदेश के ढाई
लाख वित्तविहीन शिक्षकों का परिवार सरकार की उदासीनता व अनदेखी के कारण
भूखों मर रहे है।
कहा कि यह कैसा न्याय है वही कार्य
करने वाला एक शिक्षक पचास हजार पाये और दूसरा कुछ नही। इससे ज्यादा दुःखद
और क्या होगा। उन्होंने शासन- प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर जल्द ही हमे
सम्मानजनक मानदेय न दिया गया तो हम सड़क से लेकर संसद तक धरना-प्रदर्शन
करेगे भले ही हमे आजीवन कारावास की सजा हो जाय। जिला उपाध्यक्ष श्यामधर
मिश्र ने कहा कि जिस दिन वित्तविहीन शिक्षको की सेवा नियमावली बन जायेगी
उसी दिन से वो पूर्ण कालिक शिक्षक हो जायेगे। फिर मानदेय नहीं समान वेतन
देना सरकार की मजबूरी होगी।
माध्यमिक शिक्षक संघ के
प्रदेशीय उपाध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि जिस देश व प्रदेश का शिक्षक मजदूरो
से भी कम वेतन पाता हो वहा की शिक्षा ब्यवस्था कैसी होगी। सरकारे रेवड़ियों
की तरह मान्यता देना बंद कर शिक्षको को सम्मान जनक मानदेय दे।
प्रान्तीय
मंत्री डा. राकेश सिंह ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों को सपा सरकार द्वारा
दिया गया प्रोत्साहन राशि सोसाइट नोट की तरह था। मानदेय की मांग न करके
पूर्ण कालिक शिक्षक बनने की लड़ाई लड़े।
संचालन
प्रधानाचार्य महासभा के जिला महामन्त्री शरद कुमार सिंह ने किया। वक्ताओं
में प्रधानाचार्य महासभा के जिलाध्यक्ष प्रकाश चन्द पाल, माध्यमिक शिक्षक
संघ के जिला महामंत्री सुधाकर सिंह
विकास सिंह,
शिक्षक महासभा के जिला महामंत्री श्रद्धेय गुप्ता, जय प्रकाश यादव, शशिशेखर
मिश्र, रोहित दूबे, सुरेन्द्र दूबे, प्रधानाचार्य रमेश सिंह, सुरेन्द्र
कुमार सिंह, प्रमोद मौर्य, अमरेन्द्र कुमार, कैलाश यादव, श्याम सुन्दर
उपाध्याय, आदेश सिंह, बृजेश यादव, सन्तोष सिंह आदि प्रमुख थे।

