गया सावन झूम के, गर्मी से मिली राहत
https://www.shirazehind.com/2017/08/blog-post_632.html
जौनपुर। सावन का महिना शुरू होते ही झूम कर बारिश हुई थी। कई वर्षो बाद इस बार पता चला कि सावन की फुआर क्या होती है। पूरे महिने सावन अपना अहसास कराती रही। आखिरी दिन सूबह से लेकर दोपहर तक उमस भरी गर्मी से लोेग बेहाल रहे। लेकिन शाम होते ही झमाझम बारिश ने लोगो को गर्मी से राहत दिलाने के साथ ही सावन अलविदा कर गया। अब देखना है भादव महिना क्या गुर खिलाता है। लेकिन कहावत है कि सावन से भादव दुबर नही होता। यदि कहावत सही हुआ तो आने वाले एक महिने में जमकर बारिश होगी। जिससे आम जनमानस समेत खेती के लिए अमृत बरसेगा साथ पाताल में पहुंच चुका वाटर लेबर ऊपर आने की सम्भावना जतायी जा रही है।
सावन के अन्तिम दिन सोमवार को झमाझम बारिश ने जहां गर्मी और उमस से राहत दिया वहीं सड़क और गलियां जलमग्न होने से लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। कई दिनों से उमस तथा गर्मी व उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया था। बारिश न होने से समस्या पैदा हो रही थी लेकिन बादलों ने आखिर कार बरसात कर मौसम सुहावना कर दिया। वर्षा से न होने से धान की फसलें सूख रही थी और पीली पड़ गयी थी। किसान भी बारिश की बांट जोह रहे थे। पानी की तेज धार पड़ने से शहर की ज्यादातर सड़के जलमग्न हो गयी। आने जाने में दुश्वारियों का सामना करा पड़ा।
सावन के अन्तिम दिन सोमवार को झमाझम बारिश ने जहां गर्मी और उमस से राहत दिया वहीं सड़क और गलियां जलमग्न होने से लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। कई दिनों से उमस तथा गर्मी व उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया था। बारिश न होने से समस्या पैदा हो रही थी लेकिन बादलों ने आखिर कार बरसात कर मौसम सुहावना कर दिया। वर्षा से न होने से धान की फसलें सूख रही थी और पीली पड़ गयी थी। किसान भी बारिश की बांट जोह रहे थे। पानी की तेज धार पड़ने से शहर की ज्यादातर सड़के जलमग्न हो गयी। आने जाने में दुश्वारियों का सामना करा पड़ा।