भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है रक्षाबंधन
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मिर्जापुर। जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में रक्षाबन्धन का पर्व हर्षोल्लाश के साथ मनाया गया। इस मौके पर बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांध उनके दीर्घ जीवन की कामना की। मुस्लिम बहनों ने हिन्दू भाईयों के कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर सुरक्षा का बचन दिया। ग्रामीण अंचलों में बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनका तिलक लगाकर आरती भी उतारी। रक्षाबंधन के दिन संकट मोचन, वासलीगंज, खजांची का चैरहा, त्रिमोहानी, बसनहीं के मुख्य बाजार में काफी भीड़ भाड़ की स्थिति बनी रही। वही मिठाई की दूकानें भी मिठाई से चहक रही थी। भाई और बहन के अटूट स्नेह रक्षाबंधन के त्यौहार सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इसी दिन भाई की रक्षा के लिए उसकी कलाई पर बहने रक्षा सूत्र के रूप में रेशमी धागे बांधती है। जिससे हम सभी आम बोलचाल की भाषा में राखी कहते है। इसके बदले मे भाई उपहार के साथ उसकी रक्षा के बचन दोहराता हैं। यह त्यौहार एक दूसरे के प्रति प्यार विश्वास, आशा बलिदान को जागृत कराता है। ऐसा माना जाता है कि राखी के रंग-बिरंगे धांगे भाई-बहन के प्यार के बंधन को मजबूत करते है। भाई-बहन एक दूसरे को मिठाई खिलाते है और सुख-दुख मंे साथ रहने का यकीन दिलाते है।