गली गली बिक रही हानिकारक खाद्य सामग्री
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जौनपुर। खाद्य सुरक्षा विभाग की मिलीभगत के चलते नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गली-मोहल्लों की दुकानों पर खुलेआम बच्चों की सेहत को नुकसान पहुंचाने वाला मिलावटी सामान खुलेआम बिक रहा है। इन्हें खाकर बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। गली मोहल्लों की दुकानों पर बिकने वाले इस सामान पर न तो कोई एक्सपायरी डेट होती है और न ही उसके बनाने को लेकर कोई तिथि अंकित होती है। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के गली-मोहल्लों की दुकानों पर एक-दो रुपये में बिकने वाले अनेक तरह के खाद्य सामान खुलेआम बिक रहे हैं। इन सामानों की सुंदर पैकिग को देख कर बच्चे ललचा जाते हैं और इन्हें खरीदकर खाते हैं। इस तरह की खाद्य सामग्री न तो इन्हें बनाने की तिथि अंकित होती है और न ही यह लिखा होता है कि उसमें क्या-क्या मिलाया गया है। बताया जाता है कि लंबे समय तक रखे होने के कारण इस तरह की खाद्य सामग्री खराब हो जाती है लेकिन एक्सपायरी तिथि अंकित नहीं होने के कारण इसका किसी को पता नहीं लगता। यह खाद्य सामग्री बच्चों को भारी नुकसान पहुंचाती है। यह सब खाद्य सामग्री स्थानीय स्तर पर ही तैयार की जाती है। इसमें क्वालिटी का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है। इसके अलावा कई सुदूर जनपदों से भी यह सामग्री लाई जाती है। नगर के इस तरह सामग्री बेचने वाले कई थोक व्यापारियों से जब इस तरह की सामग्री में इस्तेमाल होने वाले सामान की बाबत जानकारी की गई तो वह कुछ नहीं बता पाए। जागरूक लोगों का कहना है कि इसके खाने से बच्चों को नुकसान पहुंचता है। एक-दो रुपये में बच्चों के खाने पीने की अच्छी चीज कहां मिलती हैं। चिकित्सकों कहना है कि इस तरह का सामान खाने से बच्चों में पेट दर्द, उल्टी, लिवर, आंतों में सूजन आदि की समस्या उत्पन्न होती है यह सामान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। जिला खाद्य अभिहित अधिकारी कहते हैं कि शिकायम मिलने पर नमूना लिया जाता है।