यह कैसा विकास: एक तरफ करोड़ो रूपये की लागत से बन रही है सड़क ,दूसरी तरफ पुनः किया जा रहा है गड्ढे में तब्दील
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जौनपुर। सरकार की गलत नितियों के कारण जनता पैसा पानी में बहा दिया जा रहा है। एक तरफ करोड़ो रूपये की लागत से सड़के बनायी जा रही है दूसरी तरफ अन्य योजनाओ को पालन कराने के लिए सड़को को खोद दिया जा रहा है। नयी बनी सड़क पर फावड़ा चलते देखकर आम जनता कराह उठ रही है। सभी का कहना है कि यदि सड़क के बनने पूर्व यह कार्य पूरा कर लिया गया होता तो आज सड़क की यह हालत न होती।
नगर की सभी सड़को को अरबो रूपये की लागत से चौड़ा किया गया चौराहो का सुन्दरी करण किया गया। करीब तीन वर्ष बाद जब जनता को धूल धक्कड़ से मुक्ति मिलने के बाद सभी सड़के चमक उठी तो अब अमृत योजना तहत जनता को पानी मुहैया कराने के लिए करोड़ो रूपये की लागत से बनायी गयी सड़को को खोद दिया जा रहा है। सड़क का सीना एक दो जगह नही बल्की पग पग छेदा जा रहा है। सबसे हैरत की बात यह कि स्थानीय जलकल विभाग का कोई अधिकारी मौके पर मौजूद न रहने के कारण गलत जगह पर खोदाई की जा रही है। जब पाईप लाईन नही मिल रही तो उसे मिट्टी से पाटकर छोड़ दिया जा रहा है। इसकी बानगी देखनी है तो आप लाईनबाजार से कजगांव जाने वाले मार्ग पर देख सकते है। यह सड़क करीब चार माह पूर्व लाखो रूपये की लागत बनायी गयी थी। अब सभी घरो में निःशुक्ल पानी का कनेक्शन देने खोदी जा रही है। व्यापार मण्डल के अध्यक्ष इन्द्रभान सिंह इन्दू ने कहा कि नगर में विकास कार्य कई वर्षो से चल रहा है। अब लगभग सभी सड़के बनकर तैयार हो गयी है। कई वर्षो बाद नगर की जनता को धूल धक्कड़ से निजात मिला है। ऐसे में अब दूसरी योजनाओ के लिए पुनः सड़को को खोदा जाना सरासर गलत है। उन्होने कहा कि अमृत योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 जून 2015 को किया था। ऐसे में अमृत योजना का पालन सड़क बनने से पूर्व हो गया होता तो आज करोड़ो रूपये की लागत से बनी सड़को को न खोदना पड़ता।
नगर की सभी सड़को को अरबो रूपये की लागत से चौड़ा किया गया चौराहो का सुन्दरी करण किया गया। करीब तीन वर्ष बाद जब जनता को धूल धक्कड़ से मुक्ति मिलने के बाद सभी सड़के चमक उठी तो अब अमृत योजना तहत जनता को पानी मुहैया कराने के लिए करोड़ो रूपये की लागत से बनायी गयी सड़को को खोद दिया जा रहा है। सड़क का सीना एक दो जगह नही बल्की पग पग छेदा जा रहा है। सबसे हैरत की बात यह कि स्थानीय जलकल विभाग का कोई अधिकारी मौके पर मौजूद न रहने के कारण गलत जगह पर खोदाई की जा रही है। जब पाईप लाईन नही मिल रही तो उसे मिट्टी से पाटकर छोड़ दिया जा रहा है। इसकी बानगी देखनी है तो आप लाईनबाजार से कजगांव जाने वाले मार्ग पर देख सकते है। यह सड़क करीब चार माह पूर्व लाखो रूपये की लागत बनायी गयी थी। अब सभी घरो में निःशुक्ल पानी का कनेक्शन देने खोदी जा रही है। व्यापार मण्डल के अध्यक्ष इन्द्रभान सिंह इन्दू ने कहा कि नगर में विकास कार्य कई वर्षो से चल रहा है। अब लगभग सभी सड़के बनकर तैयार हो गयी है। कई वर्षो बाद नगर की जनता को धूल धक्कड़ से निजात मिला है। ऐसे में अब दूसरी योजनाओ के लिए पुनः सड़को को खोदा जाना सरासर गलत है। उन्होने कहा कि अमृत योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 जून 2015 को किया था। ऐसे में अमृत योजना का पालन सड़क बनने से पूर्व हो गया होता तो आज करोड़ो रूपये की लागत से बनी सड़को को न खोदना पड़ता।