जेल में दो बंदी गुटों में फिर हुई जमकर मारपीट
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जौनपुर। जिला जेल के अंदर शनिवार की शाम दो बंदी गुटों में एक बार फिर
से मारपीट हो गई। आरोप है कि जेल प्रशासन बंदियों से रुपये लेकर बैरक बदलने
का खेल करता है। एक सप्ताह के भीतर यह मारपीट की दूसरी घटना है। सूचना पर
पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह बंदियों को जेल बैरक में बंद कर मामले को
शांत कराया। इस दौरान जिम्मेदारों को काफी उठा-पठक व भागम-भाग करना पड़ा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल के अंदर बैरक नंबर दो व तीन नंबर के बंदियों में दोपहर में अचानक विवाद हो गया। यह लड़ाई तब शुरू हुई जब एक बंदी गुट को पता चला कि जेल प्रशासन रुपये लेकर कुछ बंदियों को दूसरे बैरक में बदल रहा है। देखते ही देखते दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। मामला तब हुआ जब जेल प्रशासन के अधिकारी राउंड पर निकले थे। जानकारी होने पर उनके हाथ पांव फूलने लगे। मौके पर पहुंचकर बंदी रक्षकों ने लाठी भांजकर किसी तरह सभी बंदियों को बैरक में अंदर डाला। तब कही जाकर मामला शांत हुआ। इसे लेकर देरशाम जेल प्रशासन के दो बड़े अधिकारियों के बीच भी विवाद हो गया। एक का कहना था कि रुपये लेकर बैरक बदलने के कारण ही बंदियों में असंतोष व्याप्त है। इसी वजह से मारपीट की घटनाएं हो रही है। इस बाबत जेल अधीक्षक एके मिश्रा ने कहा कि दो बंदियों के गुट में विवाद की जानकारी होने पर बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। उस समय सभी अधिकारी जेल में राउंड पर निकले थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल के अंदर बैरक नंबर दो व तीन नंबर के बंदियों में दोपहर में अचानक विवाद हो गया। यह लड़ाई तब शुरू हुई जब एक बंदी गुट को पता चला कि जेल प्रशासन रुपये लेकर कुछ बंदियों को दूसरे बैरक में बदल रहा है। देखते ही देखते दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। मामला तब हुआ जब जेल प्रशासन के अधिकारी राउंड पर निकले थे। जानकारी होने पर उनके हाथ पांव फूलने लगे। मौके पर पहुंचकर बंदी रक्षकों ने लाठी भांजकर किसी तरह सभी बंदियों को बैरक में अंदर डाला। तब कही जाकर मामला शांत हुआ। इसे लेकर देरशाम जेल प्रशासन के दो बड़े अधिकारियों के बीच भी विवाद हो गया। एक का कहना था कि रुपये लेकर बैरक बदलने के कारण ही बंदियों में असंतोष व्याप्त है। इसी वजह से मारपीट की घटनाएं हो रही है। इस बाबत जेल अधीक्षक एके मिश्रा ने कहा कि दो बंदियों के गुट में विवाद की जानकारी होने पर बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। उस समय सभी अधिकारी जेल में राउंड पर निकले थे।