अब बच्चे खायेगें दलिया और लड्डू
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जौनपुर। पिछले चार-पांच महीनों से आंगनबाड़ी केंद्रों से भूखे लौट रहे बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए अच्छी खबर है। देर से ही सही लेकिन सरकार ने कुपोषण मिटाने के लिए कारगर कदम उठाया है। छोटे बच्चों, गर्भवती और धात्री महिलाओं को स्वस्थ्य रखने के लिए पुष्टाहार का नया मेन्यू लागू किया है। इसके बाद अब केंद्रों पर पंजीरी गुजरे जमाने की बात हो जाएगी। बच्चे अब मीठे, नमकीन दलिया के साथ लड्डू का स्वाद चखेंगे, जो उन्हें कुपोषण से भी बचाएगा। गरीब तपके की आबादी कुपोषण से दूर रहे इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर छह माह से छह वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं को पंजीरी के रूप में पुष्टाहार का वितरण वर्षों से हो रहा है। बीच-बीच में सरकारें इसके साथ लाई, चना और दलिया भी देती रहीं। सपा सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम दौर में दूध और फल की भी व्यवस्था की, लेकिन सरकार जाते ही इसकी आपूर्ति बंद हो गई। पिछले चार-पांच महीनों से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीरी भी नहीं पहुंच रही है, जिससे बच्चे प्रतिदिन भूखे लौट रहे हैं। इससे केंद्रों पर बच्चों की संख्या भी कम हो गई है। सरकार ने फिर से बच्चों की सुध ली है। पुष्टाहार वितरण का पूरा मेन्यू बदल दिया है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले तीन से छह वर्ष के बच्चों को अब महीने आठ दिन मीठा और आठ दिन नमकीन दलिया मिलेगा। नौ दिन प्रीमिक्स लड्डू खाने को मिलेंगे, जो केंद्रों पर आटे के रूप में पहुंचेंगे। इसमें गुनगुना पानी डालकर आसानी से लड्डू बनाए जा सकेंगे। यही चीजें गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को दी जाएंगी। नई व्यवस्था से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी राहत मिलेगी। उन्हें पुष्टाहार के लिए अब हर महीने ब्लॉक स्तर पर बने बाल विकास परियोजना कार्यालयों के गोदामों तक की दौड़ नहीं लगानी होगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय से बताया गया कि पुष्टाहार गोदामों से सीधे केंद्रों पर पहुंचाया जाएगा।