जहां चाहे गिराकर जला दिया कचरा
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जौनपुर। ठोस अपशिष्ट निस्तारण की व्यवस्था न होने के कारण खुले जगहों पर कूड़ा डाल कर छोड़ दिए जाने से प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। नगर के मुख्य राजमार्ग के किनारे कूड़ा गिराने और उनमें आग लगा देने के बाद जहां अग्निकांड की आशंका बनी रहती है। वहीं धुएं और गुबार से सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इस तरफ अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा है। नगर क्षेत्र के मुख्य मार्ग और विभिन्न वार्डो से लगभग दो टन कूड़ा प्रतिदिन एकत्र किया जाता है। एकत्र किए गये कूड़े शहर से बाहर राजमार्ग के किनारे लाकर गिरा दिया जाता है। बात केवल कूड़ा गिराने तक ही सीमित नहीं है। कूड़ों में आग लगाकर उसे छोड़ दिया जाता है। कूड़ों के ढेर लगातार जलते रहते हैं। जिनसे उठने वाला धुआं राजमार्ग पर गुजरने वालों के लिए समस्या पैदा कर देता है। धुएं के कारण कभी-कभी सड़क पर धुंध छा जाता है जिसके कारण आने जाने वाले वाहन टकराने की स्थिति में आ जाते हैं। कूड़े में पालीथिन, प्लास्टिक, केमिकल, कांच समेत अन्य हानिकारक वस्तुएं होती हैं जो जलने के बाद राहगीरों और स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती हैं। सुरक्षित रूप से कूड़ों के निस्तारण की रणनीति आज तक नगर पालिका नहीं बना सका है। नगर क्षेत्र के कूड़ों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण का दंश ग्रामीणों और राहगीरों को झेलना पड़ रहा है। इस ओर जिम्मेदारों को गंभीरता से निस्तारण कराने की जरूरत है।