रोजेदारों पर कहर बरपा रहा बिजली विभाग
https://www.shirazehind.com/2018/05/blog-post_690.html
जौनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश शहरी क्षेत्रों में 24 घन्टे, तहसील क्षेत्रों में 20 घंटे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 16 घंटे बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी है। तहसील मुख्यालयों और ग्रामीण क्षेत्रों में रमजान के दौरान बिजली आपूर्ति में भारी अनियमितता बरती जा रही है। सरकार की लुटिया डुबोने में उनके ही अधिकारी पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं। पूछे जाने पर अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ने में बिल्कुल गुरेज नहीं करते कि कटौती ऊपर से हो रही है। या जितनी बिजली हमें मिल रही है उतना आपूर्ति दे रहे हैं। पर्याप्त बिजली आपूर्ति का वायदा करने वालों को जनता जनार्दन ने बड़ी आशा के साथ गद्दी पर बैठाया था कि कुछ बदलाव की बयार बहेगी। लेकिन सारे वायदे टांय टांय फिस्स हो रहे हैं। सभी क्षेत्रों की विद्युत व्यवस्था बेपटरी हो जाने के कारण परेशान लोग केन्द्र की मोदी सरकार एवं प्रदेश की योगी सरकार को कोसने के लिए विवश हो रहे हैं। इस भीषण गर्मी में लोगों को रात जागकर बितानी पड़ रही है। रमजान के महीने में बिजली विभाग के इस कहर के चलते जनता जनार्दन सरकार व उनके नुमाइंदों को कोसने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों एवं बृद्धो एवं रोजेदारों को उठानी पड़ रही है। रात में कई कई बार की कटौती से जनता पूरी तरह आक्रोशित है। इस समस्या के बाबत मन्त्री, विधायक एवं सांसद के कान पर जूॅ नहीं रेंग रही है। सत्तारूढ़ दल के सभी जनप्रतिनिधि सिर्फ औचक निरीक्षण, उद्घाटन एवं आगामी चुनाव की तैयारी में जुटे गये हैं। आगामी चुनाव के बाबत जनता जनार्दन के लिए नये झुनझुने का फलसफा तैयार किया जा रहा है। यदि सरकार शेड्यूल के अनुसार आपूर्ति का दावा कर रही है तो फिर इस प्रकार की आंख मिचैली का जिम्मेदार कौन है ? कटौती की समस्या के कारण इस भीषण गर्मी के मौसम में रोजी रोजगार करने वाले न तो दिन में ठीक से कार्य कर पा रहे है और न ही रात में चैन से सो पा रहे हैं।