डायरिया और वायरल फीवर का प्रकोप
https://www.shirazehind.com/2018/08/blog-post_179.html
जौनपुर । मौसम के उतार - चढ़ाव के चलते जिले के शहरी व ग्रामीण इलाकों में डायरिया और वायरल फीवर का प्रकोप अचानक बढ़ गया है। जिला अस्पताल की इमरजेन्सी में सोमवार को इन्हीं बीमारियों से ग्रसित अधिकाश मरीजों को भर्ती किया गया, जिसके चलते अस्पताल के वार्ड मरीजों से फुल हो गए है। उमस भरी गर्मी के बीच लगातार हो रही बारिश से समूचा जिला पानी से तर - बतर हो गया है। दूसरी ओर समुचित सफाई न होने की वजह से कूड़े से बजबजाती नालियों का कचरा सड़कों पर बह रहा है। इससे उत्पन्न हो रहे मच्छरों से लोगों का जीना मुहाल है। मच्छर जनित बीमारियों से बचाव को दवाइयों के छिड़काव के नाम पर महज रस्म अदायगी हो रही है। फागिग नही हो रही है, कुछ क्षेत्रों में गन्दे पानी की आपूर्ति भी हो रही है। जल स्त्रोतों के आसपास गन्दा जल भराव पीने वाले पानी को प्रदूषित कर रहा है। इन हालातों में उल्टी व दस्त एवं वायरल फीवर के मामलों में इजाफा हो रहा है। जिला अस्पताल की इमरजेन्सी में इलाज को आने वाले 10 मरीजों में 6 इन्हीं सब बीमारियों से ग्रसित रहे। इनमें छोटे बच्चे भी शामिल है। इसके अलावा ओपीडी में भी मरीज आ रहे है तथा वार्ड उल्टी दस्त, वायरल बुखार से ग्रसित मरीजों से भर गए है। बीमारी की वजह बिना ढके भोजन का सेवन, बाजार में खुले कटे फल का सेवन, खाली पेट रहना, शौच के बाद हाफ ठीक ढग से साफ न करना, मौसमी संक्रमण, दूषित पेयजल का सेवन। जल्दी उल्टी - दस्त होना, पेट में तेज दर्द व मरोड़, हाथ पैर में कमजोरी, मुंह सूखना, बेहोशी का आना डायरिया के प्रमुख लक्षण है। बचाव के लिए स्वच्छ जल का सेवन करें, शौच के बाद ठीक ढंग से हाथ धोयें, भोजन पकाने व खाने के पहले हाथ धोयें, सब्जियों, फलों को ठीक ढग से धोयें, बाजार की मसालेदार चीजों से परहेज करे, जगह - जगह पानी न पीएं। चिकित्सकों का कहना है कि बरसात के मौसम में उल्टी व दस्त, बुखार जैसी बीमारिया गन्दा पानी पीने व दूषित भोजन से फैलती है। नागरिकों को चाहिए कि उबाल कर पानी पीएं और ताजा खाना खाएं। सफाई का विशेष ख्याल रखें।