मांगे नहीं मानी गई तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में अनुदानित
महाविद्यालयों के शिक्षकों ने प्रशासनिक भवन के सामने मंगलवार को
धरना-प्रदर्शन किया। कुलपति के प्रतिनिधि के रुप में धरना स्थल पर आए डीन
प्रो. अशोक श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा। शासन से शिक्षक समस्याओं के निदान
की मांग किया।पूविवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा.समर बहादुर सिंह और महामंत्री
डा. विजय सिंह के नेतृत्व में गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, हंडिया,
इलाहाबाद के एडेड कालेजों के शिक्षक विश्वविद्यालय के गेट पर नारेबाजी और
प्रदर्शन किए। इसके बाद प्रशासनिक भवन के सामने पहुंचे नारेबाजी करते हुए
धरने पर बैठ गए। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव प्रकाश ने कहा कि शासन
शिक्षकों की समस्याओं को नजर अंदाज कर रहा है, जिसे होश में लाने की जरूरत
है। पूर्व अध्यक्ष डा. देवेन्द्र नाथ सिंह ने कहा कि अब सरकार दोहरी
मानसिकता से ग्रसित है, शिक्षकों के साथ अन्याय करने पर उतर आई है। मांग
किया कि शिक्षकों कि पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। शिक्षकों की
अधिवर्षता आयु 65 वर्ष की जाए। कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। डा.
समर बहादुर सिंह , डा. सुरेंद्र यादव, डा. बाबर, डा. इंद्रजीत, डा. एएन सिंह,
डा. राकेश यादव, डा. अनुराग ने कहा कि अगर मांगे नहीं मानी गई तो आर-पार की
लड़ाई लड़ी जाएगी।