सड़क पर अवैध बाजार, कैसे हो रास्ता पार
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जौनपुर । शहर में आए दिन लग रहे जाम से लोग परेशान हैं। सुबह से लेकर रात तक कब कहां जाम से सामना हो जाए, कोई ठिकाना नहीं है। इस ट्रैफिक जाम में अहम रोल अतिक्रमण का है, जिसके चलते आम पब्लिक परेशान है। शहर के विभिन्न इलाकों में लोगों ने रोड और नाली पर कब्जा जमा लिया है। राजनीतिक दलों में इच्छाशक्ति की कमी व अफसरों की अनदेखी के चलते दुकानदारों ने बाजारों में फुटपाथ व सड़क को ही लील लिया है। अतिक्रमण व अव्यवस्थित यातायात के चलते दिनभर लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। हालत यह है कि ओलन्दगंज, चहारसू, कोतवाल चैराहा आदि स्थानों पर त्योहारों पर सड़क तक दुकाने सजायी गयी है इससे और हालत बदतर हो रही है, शहर में अतिक्रमण बड़ी समस्या बन चुका है। शहर की प्रमुख सड़कों से लेकर बाजार तक कोई ऐसी सड़क व चैराहा नहीं है जहां अतिक्रमण न हो। शहर में करीब 6 हजार वाहनों का हर रोज आना-जाना लगा रहता है। एक तरफ वाहनों की भीड़ तो दूसरी तरफ सड़क तक दुकानें लगाने के कारण आवागमन कठिन हो जाता है। जब सड़क का यह हाल है तो फुटपाथ की कौन बात करे। पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण बची जगह पर लोग वाहन खड़े कर देते हैं। इसके चलते इन बाजारों में पैदल निकलना भी दूभर हो जाता है। करीब दो लाख की आबादी शहर के मुख्य मार्गों पर रेंगने को मजबूर है। पांच से दस मिनट के रास्ते को तय करने में आधा से एक घंटा लग रहा है। वाहनों की रफ्तार में रोड पर लगे ठेले और फुटपाथी ब्रेक लगा रहे हैं।