पुत्र वही जो माता पिता का मान बढ़ाये
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जौनपुर। तेजी बाजार के कपूरपुर गावँ में पांच दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन चल रहा है। कथा वाचक आजमगढ़ से पधारे पं. गोविंद शास्त्री व धर्म राज शास्त्री ने कथा पंडाल में आये सभी श्रोताओं को दोपहर एक बजे से सायं पांच बजे तक श्री राम जी की कथा के रस में स्नान कराते हैं। उन्होने कथा में बताया कि प्रत्येक बेटे का कर्तव्य हैं कि वह अपने पिता की सेवा करे और उन्हे सुख की अनुभूति दे, उन्होने कहा कि गीताबली रामायण के राम तो कहते हैं निज कर खाल खेच या तन की पित पग पनही बनाओ, ये अपने शरीर के चमडे से पिता जी को जूता पहना सकता हैं, ये श्री राम के चरित हैं, इन कथाओं को पढकर, सुनकर जो अपने माता-पिता की सेवा करे व उनका मान बढ़ाये वही पुत्र हैं। धन्य जन्म जन जगतीतल तासू, पितहि प्रमोद चरित सुन जासू वह पुत्र धन्य हैं जो अपनी वाणी से क्रिया-कलाप से माता-पिता को सुखी करे, इसीलिये श्री राम माता कैकेई से कहते हैं कि हे माता बता दो मेरे पिता जी दुखी क्यों हैं, मैं अपने पिता के सुख के लिये विष भी पी सकता हूं, अग्नि में कूद सकता हूं, समुंद्र में कूद सकता हूं, रत्नों से भरी हुई अयोध्या का भी मैं त्याग कर सकता हूं। भारी संख्या में दूर दराज से महिलायें, युवतियां, पुरुष, बच्चें, जन प्रतिनिधि लोग कथा का रस पान करने आते हैं। कार्यक्रम का संचालन श्यामनारायन ने किया। कथा समापन के बाद प्रसाद वितरण किया गया।