अब चुनावी पाठशाला में जनता लोकतंत्र का पढ़ेगी पाठ
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जौनपुर। लोकतंत्र के पावन पर्व का महत्व बताने के लिए अब गांवों में चुनावी पाठशाला का आयोजन किया जाएगा। गांव में प्रधान की अध्यक्षता में कमेटी पाठशाला का आयोजन कराएगी। आमजनता को लोकतंत्र के महत्व के साथ ही ईवीएम में मॉकपोल, मतदाता बनने की प्रक्रिया व वोटिग के तरीके बताए जाएंगे। चुनावी पाठशाला का आयोजन हर गांव में होगा। इसके लिए अधिकारियों को तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के साथ ही निष्पक्ष चुनाव को संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मतदान के प्रति जन जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग अभियान चला रहा है। गांवों में लोकतंत्र के महत्व व जन भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए अलग-अगल कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। विधानसभा निर्वाचक नामावली को त्रुटि रहित बनाने के लिए पुनरीक्षण कार्यक्रम चल रहा है। इसके तहत विशेष तिथियों में बीएलओ मतदान केंद्रों पर बैठकर दावा, आपत्तियां आमंत्रित करने के साथ ही जानकारियां दे रहे हैं। एक जनवरी 2019 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा नाम संशोधन व नाम हटाने के लिए भी आपत्तियां जमा कराई जा रही हैं। जन जागरूकता को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने अब गांवों में चुनावी पाठशाला आयोजित करने का फैसला किया है। इसके लिए हर गांव में कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें प्रधान, सचिव, बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रोजगार सेवक, सफाई कर्मचारी, गांव के विशिष्ट नागरिक शामिल किए जाएंगे। चुनावी पाठशाला में लोकतंत्र के महत्व, ईवीएम की जानकारी, वोटिग से पहले मॉकपोल के तरीका बताया जाएगा। गांव में चुनावी पाठशाला आयोजन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है।

