शिक्षक समस्याओं का निराकरण न होने पर 12 दिसम्बर को होगा धरना-प्रदर्शन
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जौनपुर। प्राथमिक शिक्षक संघ की एक बैठक जिलाध्यक्ष अरविन्द शुक्ला की
अध्यक्षता में नवदुर्गा मंदिर, नखास में सम्पन्न हुयी। बैठक में शिक्षकों
ने एक ही परिसर में संचालित होने वाले प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक
विद्यालयों के संविलयन का विरोध करते हुए कहा कि कक्षा-1 से कक्षा 5 तक तथा
कक्षा 6 से कक्षा 8 तक सीनियर बेसिक स्कूल संचालन की अलग-अलग व्यवस्था है।
प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए अलग-अलग वेतनमान निर्धारित
है। उक्त संविलियन आदेश नियमावली के विपरित है। जिससे हजारो शिक्षकों के पद
एवं पदोन्नति के अवसर समाप्त हो जायेंगे। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा
158868 विद्यालयों में मात्र 32033 विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के पद
सृजित किये गये हैं। इसके कुप्रभाव से प्रदेश के 126835 विद्यालय
प्रधानाध्यापक विहिन हो जायेंगे। यह प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के साथ
खिलवाड़ है। प्रत्येक विद्यालयों के लिए प्रधानाध्यापक पद बहाल होने चाहिए।
जिलाध्यक्ष
अरविन्द शुक्ल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षक समस्याओं का निराकरण
यदि १२ दिसम्बर २०१८ के पहले नहीं किया जाता है तो प्रदेश के समस्त जनपदों
के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों पर १२ दिसम्बर २०१८ को ११ बजे से ३
बजे तक धरना-प्रदर्शन का आयोजन कर माननीय जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया जायेगा।
नवनियुक्त
शिक्षको को वेतन प्राप्त न होने से वे भुखमरी के कागार पर हैं। उनसे
शपथ-पत्र लेकर वेतन दिया जाय। ब्लाक स्तर से लेकर जनपद स्तर तक की क्रीड़ा
प्रतियोगिताओं के लिए शासन से पर्याप्त धन उपलब्ध कराया जाय जिससे क्रीड़ा
प्रतियोगिताओं के नाम पर शिक्षकों से धन वसूली बन्द हो। अन्र्तजनपदीय
स्थानान्तरण के लिए निर्धारित सेवा अवधि 5 वर्ष की बजाय 1 वर्ष की जाय।
बैठक
को राजेन्द्र यादव, विरेन्द्र प्रताप सिंह, रविचन्द यादव, प्रमोद दूबे,
उमेश मिश्रा, लाल साहब यादव आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर उषा सिंह,
गायत्री देवी, लक्ष्मीकांत सिंह, उमानाथ यादव, मनोज यादव, पवन कुमार सिंह,
संजीव सिंह, कमलेश सिंह, रवि सिंह, सुनील यादव सहित सभी विकास खण्डों के
अध्यक्ष व मंत्री एवं अन्य शिक्षक पदाधिकारी उपस्थित रहे।