सपा नेता और उनके पुत्र के विरुद्ध मुकदमा दर्ज
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जौनपुर। 27
अप्रैल की रात्रि उप जिलाधिकारी मडि़याहूं द्वारा दिए गए
निर्देश के क्रम में आपूर्ति निरीक्षक की टीम द्वारा सूरज राइस मिल ग्राम
पंचायत जौंगीपुर, विकासखंड रामनगर मडि़याहूं में छापा मारा गया, छापे के
दौरान कुल 412 बोरिया चावल की पाई गई, जिसमें से 20 बोरिया मशीन से सिली
हुई, पीसीएफ चंदौली का टैग लगा हुआ पाया गया था। शेष 392 बोरी चावल में हाथ
से सिलाई थी और सूरज राइस मिल का टैग लगा था। जांच के समय जिला प्रबंधक
पीसीएफ जौनपुर व सचिव जिला सहकारी फेडरेशन लिमिटेड जौनपुर द्वारा लिखित रूप
से अवगत कराया गया है कि वर्ष 2018-19 में सूरज राइस मील (धान कुटाई हेतु
संबद्ध है) जिसका वहां कुल 6137.80 कुंतल धान कुटाई हेतु के लिए दिया गया
था जिसके सापेक्ष मिलर द्वारा देय सीएमआर के सापेक्ष 3877.15 कुंतल चावल
भारतीय खाद्य निगम में प्रेषित किया गया है मिल पर 235.05 कु0 चावल अवशेष
सीएमआर चावल है, जिसका प्रेषण भारतीय खाद्य निगम को किया जाना है। जिला
प्रबंधक पीसीएफ जौनपुर के पत्र के क्रम में मात्र 20 बोरिया, जो मशीन से
सिली हुई पीसीएफ चंदौली का टैग लगा था, इसलिए उक्त 20 बोरिया अवैध रूप से
सूरज राइस मिल के परिसर में पाए जाने के कारण मिल के प्रोपराइटर सपा नेता चन्द्रभान यादव एवं उनके पुत्र राजेश कुमार के विरुद्ध आवश्यक वस्तु
अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के अंतर्गत जिलाधिकारी के आदेश से प्रथम सूचना
रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
मालूम हो कि शुक्रवार की रात एसडीएम चंद्रशेखर को मुखबिर ने सूचना दी कि सपा नेता चंद्रभान की जौगीपुर
गांव स्थित सूरज राइस मिल पर भारी मात्रा में अवैध ढंग से सार्वजनिक वितरण
प्रणाली का चावल रखा हुआ है। एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार संजीव कुमार
राय के नेतृत्व में नायब तहसीलदार अजय मौर्य, आपूर्ति निरीक्षक पंकज सिंह,
आपूर्ति निरीक्षक सुशील पांडेय, लेखपाल पंकज पाठक, एसआई गोपाल जी तिवारी के
साथ मिल पर शुक्रवार की रात करीब 11 बजे छापेमारी की। तलाशी के दौरान मिल
से अवैध ढंग से रखा सार्वजनिक वितरण प्रणाली का 412 बोरी सरकारी चावल बरामद
हुआ। मिल संचालक व कर्मचारी मौके से फरार हो गए। बाद में मिल संचालक के
पुत्र राजेश यादव ने अपना बयान दर्ज कराया। आपूर्ति निरीक्षक पंकज सिंह ने
बताया कि बरामद कालाबाजारी के लिए रखा गया था। बरामद चावल की बोरियों पर
अलग-अलग स्थानों के राइस मिलों का टैग लगा है। तहसीलदार संजीव कुमार राय ने
बताया कि आरोपित मिल संचालक के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा के
तहत मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है। बरामद चावल वरिष्ठ विपणन
निरीक्षक आलोक कुमार की सिपुर्दगी में दे दिया गया है। छापेमारी से
सार्वजनित वितरण प्रणाली में खेल करने वालों व खाद्यान्न माफियाओं में
हड़कंप मच गया है।