संसाधनों के अभाव में जान हथेली पर लेकर काम करते है बिजली कर्मी
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जौनपुर। जिले में जान जोखिम में डालकर बिजली के खंभों पर काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर विभाग व संबंधित कार्यदायी संस्था बेपरवाह है। सेफ्टी बेल्ट और रबर के दस्ताने के बगैर ही लाइनमैन बिजली का तार जोड़ने से लेकर फ्यूज ठीक करने तक का काम कर रहे हैं। विभागीय उदासीनता की वजह से पिछले पांच वर्षों से लाइनमैनों को सुरक्षा उपकरण नहीं मिल पाए हैं। इस वजह से कई लाइनमैनों की जहां मौत हो चुकी है, वहीं कई जख्मी भी हो चुके हैं। इनमें सरकारी कम और ठेका प्रथा पर कार्य करने वाले लाइनमैन ज्यादा हैं। ज्ञात हो कि मैन पावर की कमी से जूझ रहे पावर कार्पोरेशन के गैर विभागीय कर्मचारियों को पेट की खातिरश्खतरों के खिलाड़ीश्बनकर रोजाना अपनी जान हथेली पर रखकर काम करना पड़ रहा है। सीढ़ी और तार ढोने वाले कुली से लेकर लाइनमैन तक विभिन्न संवर्गों के तमाम पद लंबे समय से रिक्त है। इनकी भरपाई के लिए विभाग ने संविदा आधार पर नियोक्ता कंपनियों से एग्रीमेंट के आधार पर उनके पंजीकृत कर्मचारी भर्ती किए हैं। इन्हीं कर्मचारियों से दिन रात लाइन मेंटीनेंस का काम लिया जा रहा है। संविदा स्टाफ को पोल पर चालू लाइन की मरम्मत के लिए लेदर सेफ्टी बेल्ट, प्लास, इंसुलेटेड दस्ताने, टार्च आदि मुहैया कराने का नियम है। विभिन्न संवर्गो के संविदा कर्मचारियों के मानदेय का भी भुगतान समय से हीं हो रहा है।