पुलिस ने पीड़िता के बेटे को ही बनाया मुल्जिम
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जलालपुर। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो हमारे समाज का क्या होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं चंद लाभ के खातिर अपने जमीर को बेचने वाले कुछ पुलिसवालों के कारण पूरा विभाग बदनाम होता जाता है। यही कारण है कि पुलिस और आम जनता के बीच खुदी नफरत की खाई कभी पटती नहीं ।मामला जौनपुर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के इजरी गांव का है। बीते 5 मई को उपली रखने के विवाद को लेकर दुलारी तथा उमेश के बीच विवाद हो गया। दुलारी ने बताया कि विवाद के बाद उमेश पिस्टल लेकर हमको मारने के लिए दौड़ा लिया मैं घर में भागी और 112 नम्बर पुलिस को फोन किया पुलिस पहुंची और पिस्टल के साथ उमेश को थाने ले गई ।आरोप है कि थानाध्यक्ष पन्ने लाल ने उक्त ब्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही करने के बाजाय मुझ पर सुलह समझौता का दबाव बनाने लगे।बात न मानने पर दो दिन बाद मेरे पुत्र
पुत्र योगोश को भी दरोगा ने मुल्जिम बना दिया। जबकी 122 नम्बर पुलिस के साथ पिस्टल बरामद करने का विडियों किसी ने बना लिया है जो सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल है रहा है। बावजूद इसके पुलिस बाकराबाद से पिस्टल बरामद करने का दावा करते हुए दोनो को मुल्जिम बनाकर उमेश को जेल भेज कर योगेश को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है।पिड़ित माँ ने पुलिस अधीक्षक सहित मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है। पंकज भूषण मिश्रा की रिपोर्ट।