एसओजी के दो पुलिसवालों समेत 12 के खिलाफ छेड़खानी व थर्ड डिग्री देने का वादा दर्ज
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जौनपुर। एसओजी टीम के दो पुलिसकर्मियों,लाइन बाजार तथा सिकरारा थाना के पुलिस कर्मियों समेत 12 के खिलाफ सीजेएम की अदालत में वाद दर्ज किया गया है।पुलिसकर्मियों पर परिवादिनी के बेटे को जुर्म स्वीकारने के लिए थर्ड डिग्री देने तथा घर की लड़कियों के साथ छेड़खानी करने का आरोप है।
सिकरारा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली परिवादिनी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में धारा 156(3) के तहत प्रार्थना पत्र दिया कि 16 मार्च 2020 को सिकरारा थाने के पुलिस वाले उसके घर पर आए तथा उसे मारने पीटने लगे।उसके बेटे के बारे में पूछने लगे।बेटियों के साथ छेड़खानी किए।बेटे के आने पर उसे मारते पीटते थाने पर ले गए।जब वहां हम लोग पहुंच कर पूछताछ किए तो कहे थाना लाइन बाजार ले गए हैं।
थाना लाइनबाजार आने पर देखा कि उसके बेटे को अन्य आरोपियों के साथ बंद किए हैं।अन्य आरोपियों को एक अधिवक्ता के आने पर रुपए लेकर छोड़ दिए। उससे 50000 की मांग किए।उसने लाइन बाजार पुलिस को 30000 दिए। अगले दिन पुलिसकर्मी उसे 19500 वापस कर दिए तथा 10,500वापस नहीं किए।कहे की बाकी रुपए ले ले लिए हैं।उसके बेटे को पहले सिकरारा में,फिर थाना लाइन बाजार में पुलिसकर्मियों ने जुर्म स्वीकार करने के लिए प्रताड़ित करते हुए थर्ड डिग्री दिया और अंत में थाना बक्सा में उसके बेटे का फर्जी चालान कर दिया। उसने मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग,एससी एसटी आयोग में दरखास्त देकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तब उसने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए कोर्ट की शरण ली।
सिकरारा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली परिवादिनी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में धारा 156(3) के तहत प्रार्थना पत्र दिया कि 16 मार्च 2020 को सिकरारा थाने के पुलिस वाले उसके घर पर आए तथा उसे मारने पीटने लगे।उसके बेटे के बारे में पूछने लगे।बेटियों के साथ छेड़खानी किए।बेटे के आने पर उसे मारते पीटते थाने पर ले गए।जब वहां हम लोग पहुंच कर पूछताछ किए तो कहे थाना लाइन बाजार ले गए हैं।
थाना लाइनबाजार आने पर देखा कि उसके बेटे को अन्य आरोपियों के साथ बंद किए हैं।अन्य आरोपियों को एक अधिवक्ता के आने पर रुपए लेकर छोड़ दिए। उससे 50000 की मांग किए।उसने लाइन बाजार पुलिस को 30000 दिए। अगले दिन पुलिसकर्मी उसे 19500 वापस कर दिए तथा 10,500वापस नहीं किए।कहे की बाकी रुपए ले ले लिए हैं।उसके बेटे को पहले सिकरारा में,फिर थाना लाइन बाजार में पुलिसकर्मियों ने जुर्म स्वीकार करने के लिए प्रताड़ित करते हुए थर्ड डिग्री दिया और अंत में थाना बक्सा में उसके बेटे का फर्जी चालान कर दिया। उसने मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग,एससी एसटी आयोग में दरखास्त देकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तब उसने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए कोर्ट की शरण ली।