नाग देवता को दूध-लावा चढ़ाकर किया गया विधिवत पूजन
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जौनपुर। नागपंचमी का त्योहार शनिवार को जनपद में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। लोगों ने नाग देवता को दूध-लावा चढ़ाकर विधिवत पूजन किया। जगह-जगह शिव मंदिरों में भी पहुंचकर श्रद्धालुओं ने बाबा भोले व उनके श्रृंगार नागराज को दूध-लावा चढ़ाया। इसके साथ ही घरों की साफ-सफाई कर दूध का छिड़काव किया।
कई जगह सपेरों ने नाग देवता का दर्शन भी लोगों को कराया। शिवालयों में भी जलाभिषेक को भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। कई स्थानों पर बच्चे जहां सावन के झूले का आनंद लिए वहीं घरों में बने विविध पकवानों का भी लुत्फ उठाया। महिलाओं व किशोरियों की कजरी गीतों से वातावरण गुंजायमान होता रहा। ग्रामीणांचलों में कहीं-कहीं बच्चों ने जलाशयों में गुड़िया पीटने की परम्परा का निर्वहन किया।
बोल बम कांवरिया संघ जौनपुर के सदस्यों ने नगर के हनुमान घाट गोमती तट से आदि गंगा गोमती का जल लेकर बाबा जागेश्वर नाथ मंदिर के प्रांगण में प्रशासन के निर्देश के अनुरूप शारीरिक दूरी का पालन करते हुए जलाभिषेक किया।
बदलापुर के मिरशादपुर गांव में रामचंद्र विश्वकर्मा द्वारा आयोजित साक्षात नाग देवता के पूजन कार्यक्रम में ग्रामीण-महिला पुरुषों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गौराबादशाहपुर क्षेत्र के सरसौड़ा गांव में हर वर्ष लगने वाला रायमन बाबा के मंदिर पर नागपंचमी का मेला इस बार कोरोना महामारी के चलते नहीं लगा। कोरोना संक्रमण के चलते जहां अखाड़ों में पहलवान नहीं दिखे वहीं कुछ में मात्र पूजन किया गया।