कच्चा मकान गिरने से पिता व पुत्री गंभीर रूप से घायल
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जौनपुर। केराकत थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव में बारिश के दौरान कच्चा मकान गिरने से पिता व पुत्री गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं हादसे से बेघर हो जाने के बाद पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। पीड़ित परिवार को प्रशासन की ओर से कोई मदद मुहैया नहीं कराई गई है।
सोमवार की रात नौ बजे हीरा यादव अपने कच्चे मकान में पुत्री गोल्डी यादव के साथ खाना खा रहे थे। उसी दौरान अचानक मकान भरभरा कर गिर पड़ा, जिसमें दोनों दब गये। संयोग था कि उस समय अन्य स्वजन व पड़ोस के कुछ लोग वहां मौजूद थे। मकान गिरते ही अफरा- तफरी मच गई। आनन-फानन में ग्रामीणों ने मलबा हटाकर दोनों को बाहर निकाला और समीप के निजी चिकित्सालय में ले गए। वहां स्थिति नाजुक देख दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मकान गिरने से पांच अनाज समेत गृहस्थी का अन्य सामान बर्बाद हो गया। हीरा यादव अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में ही रहकर गुजर बसर करते हैं। पिछले वर्ष बारिश में उसी मकान का आधा हिस्सा गिर गया था। उसने मुख्यमंत्री आवास के ब्लाक मुख्यालय का कई बार चक्कर लगाया, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। अब मकान पूर्ण रूप से गिरने के बाद उनकी चिता भी बढ़ गई है।
सोमवार की रात नौ बजे हीरा यादव अपने कच्चे मकान में पुत्री गोल्डी यादव के साथ खाना खा रहे थे। उसी दौरान अचानक मकान भरभरा कर गिर पड़ा, जिसमें दोनों दब गये। संयोग था कि उस समय अन्य स्वजन व पड़ोस के कुछ लोग वहां मौजूद थे। मकान गिरते ही अफरा- तफरी मच गई। आनन-फानन में ग्रामीणों ने मलबा हटाकर दोनों को बाहर निकाला और समीप के निजी चिकित्सालय में ले गए। वहां स्थिति नाजुक देख दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मकान गिरने से पांच अनाज समेत गृहस्थी का अन्य सामान बर्बाद हो गया। हीरा यादव अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में ही रहकर गुजर बसर करते हैं। पिछले वर्ष बारिश में उसी मकान का आधा हिस्सा गिर गया था। उसने मुख्यमंत्री आवास के ब्लाक मुख्यालय का कई बार चक्कर लगाया, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। अब मकान पूर्ण रूप से गिरने के बाद उनकी चिता भी बढ़ गई है।