भारत के प्रथम प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति अधिवक्ता ही रहे
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जौनपुर। देश के हर आंदोलन में अधिवक्ताओं की भूमिका अहम रही है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति अधिवक्ता ही रहे। अधिवक्ता ही देश में परिवर्तन लाता है। वह किसी सरकार के पीछे नहीं चलता। उक्त बातें बार कौंसिल आफ उत्तर प्रदेश के सदस्य प्रशांत सिंह अटल ने दीवानी अधिवक्ता संघ सभागार में आयोजित नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी। लाइब्रेरी फंड एवं कोरोना संक्रमित अधिवक्ताओं को आर्थिक मदद की बात कही। दीवानी संघ सभागार में मुख्य चुनाव अधिकारी आरपी सिंह ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष समर बहादुर यादव, उपाध्यक्ष अरुण प्रजापति, वेद भूषण शर्मा, मंत्री भूपेश चंद्र रघुवंशी सहित सभी पदाधिकारियों व कार्यकारिणी के सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। अध्यक्ष समर बहादुर यादव ने कहा कि बार का एक पैसा हराम है। हड़ताल पर रोक लगेगी। वरिष्ठ अधिवक्ता समस्याओं का निस्तारण करेंगे। वकीलों के बैठने की व्यवस्था होगी। बार को एक मंदिर बताते हुए कहा कि इसे अपवित्र करने वाला सुखी नहीं रहेगा। मंत्री भूपेश सिंह ने कहा कि कोई भी मुद्दा सभागार में सदन के माध्यम से निपटाया जाएगा। देशभर के वकीलों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाने एवं प्रदेश भर के वकीलों को 100 करोड़ का बजट सरकार से दिलवाने के लिए से बार कौंसिल से मांग किया, जिससे आधारभूत ढांचे में सुधार हो सके। समारोह में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम शंकर मिश्र, बीडी सिंह, डीपी सिंह, संतोष श्रीवास्तव, हिमांशु श्रीवास्तव, अभिषेक भारद्वाज,अजीत सिंह आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।