पहले चरण में सरकारी और निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगी कोरोना वैक्सीन
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जौनपुर। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से जंग जीतने की जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। तीन कमरों के केंद्र में मास्क और शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। टीकाकरण के आधा घंटे तक सघन निगरानी की जाएगी। इसके लिए एडवर्स इफेक्ट फालोइंग इम्युनाइजेशन किट के साथ विशेषज्ञ टीम उपलब्ध रहेगी।
पहले चरण में सरकारी और निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारियां तेज हो गई है। वैक्सीन लगाने से लेकर उसे रखने तक की व्यवस्था शुरू हो गई है। वैक्सीन लगने के बाद 30 मिनट के लिए लाभार्थियों को निगरानी में रखा जाएगा। टीका लगने से पहले लाभार्थियों को वेटिग रूम में बैठाया जाएगा। इसके बाद उनके क्रम के अनुसार टीकाकरण होगा। टीकाकरण कार्य के लिए प्रथम चरण में सरकारी अस्पतालों को टीकाकरण केंद्र के रूप में तैयार किया जा रहा है। जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन रखने के लिए विशेष कमरे पहले से तैयार हैं। वैक्सीन लगाने के लिए जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल समेत 25 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को सेंटर बनाया जा रहा है। केंद्रों पर डीप फ्रीजर व आइएसएलआर की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है। तीन कमरों में टीकाकरण केंद्र बनाए जाएंगे। पहला रूम वेटिग रूम होगा, जहां पर टीकाकरण कराने वाले लाभार्थियों को बैठाया जाएगा। दूसरा रूम वैक्सीनेशन रूम होगा, जहां पर लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा। इस कक्ष में टीका कर्मियों की टीम में एक-एक स्टाफ नर्स, एएनएम एवं वेरीफायर मौजूद रहेंगे। तीसरा रूम आब्जरवेशन रूम कहलाएगा, जिसमें टीकाकरण के बाद संबंधित को करीब आधे घंटे तक इस कक्ष में रहना होगा। टीका लगने वाले किसी लाभार्थी को 30 मिनट के भीतर किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है तो उसके लिए एक स्पेशलिस्ट टीम तैनात रहेगी, जो एडवर्स इफेक्ट फालोइंग इम्युनाइजेशन किट के साथ देख-रेख करेगी। विशेषज्ञ टीम में चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को शामिल किया गया है। वैक्सीनेशन के 30 मिनट बाद लाभार्थी घर जा सकेंगे। वेटिग रूम में मास्क और शारीरिक दूरी का पालन कराया जाए।