जानिए क्यों चालकों ने रोक दिया एंबुलेंसो के पहिये
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जौनपुर। ठेका प्रथा से मुक्त करने और एनआरएचएम में विलय किए जाने को लेकर सोमवार की सुबह से प्रादेशिक संगठन के आवाह्न पर जनपद के एंबुलेंस चालक व टेक्नीशियन ने पूरी तरह से हड़ताल शुरू कर दी है। चालक टेक्नीशियन सुबह अपनी एंबुलेंस लेकर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय चौकी के सामने स्थित जनता जनार्दन इंटरमीडिएट कॉलेज के मैदान पर खड़ी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश में अभी तक 108 व 102 एंबुलेंस ठेका प्रथा पर चल रही है। इनका मानदेय ठेकेदारों द्वारा दिया जाता है। अक्सर होता है कि ठेकेदार मानदेय देने में मनमानी करते हैं तीन से छह माह तक के मानदेय ठेकेदारों द्वारा रोक कर रखा जाता है, और उन्हें जो सुविधाएं इस कोविड कॉल में मिलनी चाहिए थी वह भी ठेकेदारों द्वारा नहीं दी गई। एंबुलेंस चालक टेक्नीशियन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अपने संसाधनों का इस्तेमाल कर अपना बचाव किया।
परेशान एंबुलेंस चालक व टेक्नीशियन ने ठेकेदारी प्रथा से मुक्त करने और एनएचआरएम में विलय करने के लिए प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर संघ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार गुप्ता व महामंत्री मनोज कुमार के नेतृत्व में सोमवार को पूरे जनपद में एंबुलेंस का पहिया रोक दिया है।
एंबुलेंस चालक टेक्नीशियन सुबह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्थित जनता जनार्दन इंटरमीडिएट कॉलेज के मैदान पर एंबुलेंस को खड़ी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।यहां पर करीब 75 एंबुलेंस और डेढ़ सौ की संख्या में चालक व कर्मचारी जुटकर प्रदर्शन कर रहे हैं।