’’ हक की बात जिलाधिकारी के साथ ’’ कार्यक्रम में महिलाओ ने खुलकर रखी अपनी बात
सोमवार को सुधाकर सिंह फाउंडेशन पिलखिनी, गौराबादशाहपुर, धर्मापुर में आयोजित मिशन शक्ति 3.0 अभियान के तहत ’’ हक की बात जिलाधिकारी के साथ ’’ कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने ऐसी स्थितियों में उठाए जाने कदमों की जानकारी दी जबकि आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ अंकिता राज ने ऐसे मामलों में उनका हौसला बढ़ाया। जिलाधिकारी ने ज्यादातर मामलों को नोट करवाकर संबंधित विभागीय जिम्मेदारों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रही लक्ष्मी यादव ने कहा कि लड़के फेल हो जाते हैं तब भी उन्हें अभिभावक आगे की पढ़ाई जारी रखवाने के लिए जी जान लगा देते हैं जबकि बेटी एक बार फेल हो गई तो उसकी शादी कर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाते हैं। इतना ही नहीं लड़कों का एडमिशन अच्छे स्कूल में करवाते हैं जबकि लड़कियों का सरकारी स्कूल में इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज की सोच में बदलाव लाना है। उन्होंने बताया कि जौनपुर का जनसंख्या अनुपात अच्छा है। यहां 1000 पुरुषों पर 1018 महिलाएं हैं। इसलिए सरकार लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। कन्या सुमंगला योजना, जिनके घर में दो बेटियां होंगी वहां बेटी के जन्म से लेकर पढ़ाई लिखाई तक के लिए है। कस्तूरबा गांधी विद्यालय सिर्फ बेटियों के लिए है। योजनाओं से बदलाव दिख भी रहा है। कुछ बेटियां संघर्ष कर ओलम्पिक तक पहुंचीं हैं और देश का नाम रोशन कर रही हैं। वहीं आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ अंकिता राज ने उनका मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि खुद पर विश्वास रखें। योजनाएं और अफसर सब आपके लिए बने हैं। जबरदस्ती कराए जाने वाले किसी भी मामले में आपको पहल करनी होगी। उन्होंने लाकडाउन के दौरान सूरत में कारखानों के बंद रहने के दौरान अपने घर से हीरे का काम कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने वाली महिलाओं का उदाहरण दिया और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी जीविका के लिए आसपास ही प्रयास करने का सुझाव दिया। कृतिका ने कहा कि अब तो हर घर में कन्या भ्रूण हत्या होने लगी है। ऐसा मां से जबरदस्ती कर कराया जा रहा है। इससे मां का स्वास्थ्य गिरता है। इस पर आपके ध्यान देने की जरूरत है। इस पर जिलाधिकारी ने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या पर रोक के लिए बहुत सख्त कानून है। लिंग की जांच करने वाले अल्ट्रा साउंड केंद्र पर बहुत ही सख्त कार्रवाई की जाती है। ऐसे कार्यक्रम इसीलिए किए जा रहे हैं जिससे महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना बढ़े। सलमा ने कहा कि उनके बगल के परिवार में एक युवक अपनी पत्नी की बहुत पिटाई करता है। इसलिए वह अपनी ससुराल नहीं जाना चाहती और मायके रहती हैं। फिर वह उसे लाने की जिद कर रहा है। जिलाधिकारी ने पूछा कि महिला ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया है तो छात्रा ने बताया कि महिला थाने में मुकदमा दर्ज है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि आप उनकी डिटेल दे दीजिए। पहले कई बार काउंसलिंग होगी। ज्यादा उत्पीड़न दिखेगा तो उन्हें विधिक रूप से अलग रहने की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। इसके लिए उन्होंने वन स्टाप सेंटर का भी सहारा लेने की लोगों को सलाह दी। इसके अलावा अपने आसपास शराब पीकर पत्नी, बेटी और बहू को मारने, अश्लील हरकतें करने सहित कई अन्य तरह की असमानताओं, परेशानियों के मामले भी उठाए गए जिसके लिए जिलाधिकारी ने सरकार की ओर से मिलने वाली सहूलियतों तथा महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए बने कानूनों की जानकारी दी। कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने योजनाओं के बारे में जानकारी दी।