दुर्घटना में उजड़े परिवारों को क्षतिपूर्ति दिलाना सर्वाधिक पुनीत कार्य: ट्रिब्यूनल जज
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जौनपुर : सड़क दुर्घटना में मृत लोगों के उजड़े परिवारों को क्षतिपूर्ति दिलवाना वकालत पेशे का सर्वाधिक पुनीत व सर्वश्रेष्ठ कार्य है।जो अधिवक्ता ऐसे परिवारों को क्षतिपूर्ति दिलाने के लिए केस लड़ते हैं वे एक बड़ा सामाजिक कार्य भी करते हैं।
उक्त बातें एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल जज मनोज कुमार सिंह गौतम ने ट्रिब्यूनल के प्रथम स्थापना दिवस के अवसर पर मतापुर स्थित ट्रिब्यूनल सभागार में बतौर मुख्य अतिथि कही।कहा कि क्षतिपूर्ति पाने वालों की दुआओं से आपका परिवार फलता फूलता है।बार-बार बेंच के आपसी सामंजस्य से पीड़ित पक्ष को शीघ्र न्याय मिलता है।
क्लेम ट्रिब्यूनल के सभागार में सूर्य प्रकाश सिंह एडवोकेट की अध्यक्षता व हिमांशु श्रीवास्तव एडवोकेट के संचालन में ट्रिब्यूनल का प्रथम स्थापना दिवस मनाया गया।दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।विशिष्ट अतिथि यूनियन बैंक मुख्य शाखा के प्रबंधक के. माझी व बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक थे। अधिवक्ताओं ने माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया व स्मृति चिन्ह प्रदान किए।बैंक प्रबंधक के. माझी ने कहा कि दुर्घटना में मृत लोगों का एटीएम कार्ड होने पर दो लाख रुपए यूनियन बैंक से मिलता है। आइटीआर फाइल करने वाले अधिवक्ताओं को आवास संबंधी व अन्य योजनाओं की जानकारी दी।कर्मचारी राज नारायण यादव, विश्वरूप अस्थाना,मोहसीन जमाल के कार्यों की सराहना किया।अधिवक्ता सुजीत निषाद ने स्वागत गीत व सूर्यमणि पांडेय ने स्वरचित रचना सुनाई।अधिवक्ता वीरेंद्र सिन्हा,ज्ञान प्रकाश सिंह, सत्येंद्र सिंह,प्रवीणमोहन श्रीवास्तव,अशोक सिंह,आदि ने विधिक बिंदुओं पर विचार व्यक्त किए।अधिवक्ताओं ने कहा कि प्रदेश के अन्य किसी एक्सीडेंट ट्रिब्यूनल में इतनी सुविधाएं नहीं है जितनी 1 वर्ष के भीतर यहां श्री गौतम जी ने प्रदान करवाया।कोरोना के बावजूद एक वर्ष में काफी मुकदमे निबटा कर करोड़ों रुपए क्षतिपूर्ति दिलाई गई। इस अवसर पर अधिवक्ता शोभनाथ यादव, दिलीप श्रीवास्तव, सुभाष मिश्र, बिहारी लाल पटेल,बृजेश निषाद,निलेश निषाद,अवधेश यादव, संतोष मेजर,सुरेंद्र पांडेय ईश्वर यादव,निशा तिवारी, नीलेश यादव,बृजेंद्र कुमार,जेसी पांडेय, राणा सिंह,केके शर्मा,मिथिलेश ओझा,विनय सिंह,सनी यादव,जय प्रकाश पटेल,अरविंद अग्रहरि,सुधीर मिश्र सूर्यभान चौहान, त्रिभुवन नाथ पटेल, लालचंद यादव आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।