लाइन बाजार पुलिस ने “जामताड़ा गैंग” के 03 अन्तर्राज्यीय साइबर ठगों को किया गिरफ्तार
लैपटॉप-मोबाइल-एटीएम सहित नकदी बरामद

पुलिस ने इनके पास से ठगी में प्रयुक्त 01 लैपटॉप, 04 मोबाइल फोन, 05 बैंक पासबुक, 09 एटीएम कार्ड, 02 आधार कार्ड और ₹9550 नकद बरामद किए हैं। यह गिरफ़्तारी शुक्रवार रात लगभग 2:45 बजे सिटी स्टेशन के बाहर दक्षिणा होटल के पास की गई।
अभियुक्तों की पहचान इस प्रकार है: आनन्द सिंह पुत्र परमानन्द सिंह, निवासी मंजौर, थाना वारिसअलीगंज, जिला नवादा (बिहार) जितेन्द्र कनौजिया पुत्र शेखू कनौजिया, निवासी – भंडेरी, थाना केराकत, जिला जौनपुर मो0 सहीम पुत्र रिजवान शेख, निवासी – बरहीं नेवादा, थाना फूलपुर, जिला वाराणसी । गिरफ्तारी की पूरी कार्यवाही उ0नि0 ईशचंद यादव मय हमराह पुलिस बल द्वारा की गई।
ऐसे रचते थे साइबर ठगी का जाल: पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह का सरगना आनंद सिंह युवाओं को पैसा कमाने का लालच देकर उनके असली दस्तावेज मंगवाता था। बाद में फर्जी व्हाट्सएप नंबर के जरिए उनसे संपर्क कर, उनका आधार कार्ड का पता बदलवाकर उसी आधार पर सिम कार्ड और बैंक खाता खुलवाता था। फिर इन खातों में ठगी की रकम मंगवाकर तत्काल एटीएम से निकाल लिया जाता। पूछताछ में जितेंद्र कनौजिया और मो. सहीम ने स्वीकार किया कि वे वाराणसी के सिगरा क्षेत्र में स्थित साइबर कैफे से फर्जी पते पर आधार कार्ड अपडेट करवाने का काम करते थे। मो0 सहीम "बनारस साइबर कैफे" नाम से दुकान चलाता है, जहां से हेड ऑफ फैमिली के विकल्प के तहत कूटरचित निवास प्रमाण पत्र बनवाकर आधार कार्ड का पता बदल दिया जाता था। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मु0अ0सं0-338/25 अंतर्गत धारा 319, 318, 338, 336, 340, 111 बीएनएस व आईटी एक्ट की धारा 66D में मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है।
जौनपुर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल, लिंक या ऑफर से सतर्क रहें। अपने दस्तावेज, आधार, ओटीपी अथवा बैंक संबंधी जानकारी किसी से साझा न करें।