ऑपरेशन थियेटर से कब्र तक का सफर: अस्पताल की लापरवाही ने छीनी प्रधान की जान!
पैसे वसूलने की जिद, इलाज में लापरवाही – विजय लक्ष्मी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप
परिजनों की गुहार – जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई व अस्पताल को करें सील
जौनपुर। स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर खुलेआम मौत का कारोबार किया जा रहा है। इसका ताजा और दिल दहला देने वाला उदाहरण जौनपुर के विजय लक्ष्मी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, जेसीज चौराहा में सामने आया, जहां इलाज कराने पहुंची ग्राम सभा गोधना, इलिमपुर की प्रधान अहाना सिंह (30 वर्ष) ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में अनुभवहीन डॉक्टर और फर्जी नर्सें ऑपरेशन कर रही थीं, जिनकी लापरवाही ने उनकी जान ले ली।पैसे ऐंठकर ऑपरेशन, फिर लापरवाही
मृतक महिला परिवार के वरिष्ठ सदस्य सुनील सिंह ने पूरे परिवार के साथ गुरुवार को जिलाधिकारी से मिलकर लिखित शिकायत किया कि 15 अगस्त की सुबह 6:30 बजे वे अपनी भाई की पत्नी अहाना सिंह को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल प्रबंधन ने पहले ₹25,000 वसूले और कहा कि सामान्य प्रसव संभव नहीं है, ऑपरेशन करना होगा। ऑपरेशन डॉक्टर विशद पटेल और उनकी टीम ने किया, जिसमें अप्रशिक्षित नर्सें भी शामिल थीं।
ऑपरेशन के बाद महिला ने बेटे को जन्म दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। परिजनों के अनुसार जब उन्होंने डॉक्टरों से उचित इलाज और विशेषज्ञ बुलाने की मांग की तो अस्पताल स्टाफ ने उन्हें टालते हुए घंटों मरीज को रोके रखा।
इलाज की जगह धमकी, कागज तक नहीं दिए
करीब दोपहर 12:30 बजे जब महिला की हालत नाजुक हो गई और सांसें टूटने लगीं, तब डॉक्टरों ने परिजनों से कहा कि मरीज को ट्यूलिप नर्सिंग होम ले जाओ। जब परिजनों ने रिपोर्ट या एनेस्थीसिया डॉक्टर का नाम मांगा तो उन्हें कुछ भी नहीं दिया गया।
सुनील सिंह का आरोप है कि जब उन्होंने डॉक्टर से मिलने की कोशिश की तो अस्पताल के 5-6 लोग आ गए और मारपीट की धमकी देते हुए बोले – “मरीज को यहां से तुरंत ले जाओ, वरना पुलिस बुलाकर बाहर कर देंगे।”
ट्यूलिप अस्पताल पहुंचते ही मौत
बेबस परिजन अहाना सिंह को लेकर ट्यूलिप हार्ट एंड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नईगंज पहुंचे। वहां शाम 4:27 बजे डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया और साफ कहा कि ऑपरेशन के दौरान गंभीर लापरवाही हुई है।
गांव में मातम, प्रशासन से इंसाफ की गुहार
प्रधान अहाना सिंह की मौत की खबर से गोधना गांव में मातम छा गया। परिजनों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई और जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अस्पताल अनुभवहीन व फर्जी डॉक्टरों के हवाले है, जिनका मकसद सिर्फ पैसा कमाना है।