जौनपुर में 42.50 करोड़ की कोडीनयुक्त कफ सिरप तस्करी का बड़ा खुलासा
एफएसडीए टीम ने 18.28 लाख बोतलों की बिक्री रिकॉर्ड जब्त किया, 14 फर्में संदेह के घेरे में
जौनपुर । खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की स्पेशल टीम ने जौनपुर में नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का सबसे बड़ा खुलासा करते हुए करीब 18.28 लाख कोडिनयुक्त फेंसेडिल कफ सिरप की तस्करी का रिकॉर्ड जब्त किया है। इसकी अनुमानित कीमत साढ़े 42 करोड़ रुपये बताई जा रही है। कार्रवाई के बाद जिले में हड़कंप मच गया है।आयुक्त एफएसडीए लखनऊ के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय की टीम ने बुधवार को शहर के एक बड़े प्रतिष्ठान पर छापेमारी की। जांच में नशीली दवाओं के एक अंतरराज्यीय नेटवर्क का सुराग मिला है।
पिछले एक हफ्ते से जिले में लगातार मेडिकल एजेंसियों की जांच की जा रही है। टीम को कई एजेंसियों में कोडिनयुक्त कफ सिरप और एनआरएक्स श्रेणी की दवाओं की बिक्री-सप्लाई में भारी अनियमितताएं मिली हैं। कुल 14 मेडिकल फर्मों के नाम सामने आ रहे हैं, जिनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गई हैं।
औषधि निरीक्षक रजत पांडेय ने बताया कि रिकॉर्ड मिलान और बिल सत्यापन के बाद यह बात सामने आई कि अकेले जौनपुर जिले में ही 18.28 लाख बोतलों की अवैध तस्करी की गई। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित फर्म का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आदेशों का उल्लंघन करते पाए जाने पर संबंधित फर्मों के खिलाफ कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराते हुए जेल भेजा जाएगा।
औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 22(1)(डी) के तहत इन फर्मों की खरीद व बिक्री पर फिलहाल तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
नशीली दवा गैंग के इतने बड़े नेटवर्क के खुलासे से विभाग के अधिकारी भी हैरत में हैं। जांच टीम ने आगे भी और फर्मों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।

