निरीक्षण में कई शिक्षक अनुपस्थित पाए गए, बीएसए ने किए वेतन अवरुद्ध और जारी किए नोटिस
खुटहन व सुइथाकला ब्लॉक के विद्यालयों में बीएसए ने परखी शिक्षण व्यवस्था, दी सख्त चेतावनी
जौनपुर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने शनिवार को विकास खंड खुटहन व सुइथाकला के कई परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता, विद्यार्थियों व शिक्षकों की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन की स्थिति, मूलभूत सुविधाओं और साफ-सफाई का गहन अवलोकन किया।निरीक्षण में अधिकांश विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति संतोषजनक पाई गई, लेकिन कुछ शिक्षकों की अनुपस्थिति पर बीएसए ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ वेतन अवरुद्ध करने व स्पष्टीकरण तलब करने की कार्रवाई की।
खुटहन ब्लॉक में की गई कार्रवाई
कम्पोजिट विद्यालय धमौर में समय से देर से पहुंचने पर सहायक अध्यापक सुरेंद्र यादव और सुजीत यादव को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया। वहीं, सहायक अध्यापिका डाली सिंह, सहायक अध्यापक सुनील यादव, शिक्षामित्र रीता देवी वर्मा, अनुदेशक संजू मौर्य और प्रदीप यादव की अनधिकृत अनुपस्थिति पर वेतन/मानदेय रोकने का आदेश दिया गया। विद्यालय में शिक्षण गुणवत्ता असंतोषजनक मिलने पर प्रभारी प्रधानाध्यापक बृजेन्द्र यादव का वेतन भी अग्रिम आदेश तक रोका गया और एक सप्ताह के भीतर सुधार कर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार, प्राथमिक विद्यालय नदौली में अनुपस्थित पाई गईं सहायक अध्यापिका निवेदिता सिंह का वेतन अग्रिम आदेश तक अवरुद्ध कर दिया गया। विद्यालय की अन्य कमियों पर प्रभारी प्रधानाध्यापक को नोटिस जारी किया गया। प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर के निरीक्षण में भी तमाम कमियां मिलने पर प्रभारी प्रधानाध्यापक रविभूषण सिंह का वेतन रोका गया और विद्यालय परिसर की नियमित साफ-सफाई व सौंदर्यीकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
सुइथाकला ब्लॉक में भी हुई सख्त कार्रवाई
विकास खंड सुइथाकला के प्राथमिक विद्यालय भगासा में निरीक्षण के दौरान मिली तमाम कमियों को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने प्रभारी प्रधानाध्यापक अनिल यादव का वेतन अग्रिम आदेश तक अवरुद्ध करने का निर्देश दिया। इसी गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय भगासा में दर्जनों कमियां मिलने पर बीएसए ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को शो-कॉज नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर सुधार कर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण मांगा है।
बीएसए डॉ. पटेल ने शिक्षकों को निर्देशित किया कि वे समय से विद्यालय पहुंचे, बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए नवाचार अपनाएं और विद्यालय परिसर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा — “बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना हम सभी का प्राथमिक दायित्व है। एक प्रेरित शिक्षक ही प्रेरित समाज की नींव रख सकता है।”
डॉ. पटेल ने शिक्षकों से कहा कि वे प्रदेश सरकार द्वारा संचालित “प्रेरणा लक्ष्य” और “निपुण भारत मिशन” को सफल बनाने के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण से कार्य करें, ताकि हर बच्चा पढ़ने, लिखने और समझने में निपुण बन सके।

