इमामबाड़ा की ज़मीन के पास रोड निर्माण रोका गया, वक्फ की जमीन पर निर्माण का है आरोप
लेकिन इसी पवित्र ज़मीन पर सड़क निर्माण कार्य शुरू होने से शिया समुदाय में गहरा आक्रोश है। समुदाय के लोगों का साफ आरोप है कि यह ज़मीन इमामबाड़ा शाह का पंजा की वक्फ संपत्ति है, और कुछ लोगों की मिलीभगत से बिना अनुमति सड़क बनवाई जा रही है।
इमामबाड़े के मुत्तवली तहसीन शाहिद (सभासद, भाजपा) ने बताया कि इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तक की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल की जमीन पर किसी भी निर्माण से पहले वक्फ बोर्ड की अनुमति अनिवार्य है, जिसकी पूरी तरह अनदेखी की गई है।
रविवार को अंजुम हुसैनिया के अध्यक्ष सकलैन हैदर खान, पूर्व सभासद शाहिद मेहदी, आरिज़ ज़ैदी, फ़रमान हैदर सहित अन्य लोगों ने मौके पर पहुंचकर सड़क निर्माण का पुरज़ोर विरोध किया। उनका कहना था कि “राजस्व विभाग पहले नाप कर बताए कि यह भूमि सरकारी है या अन्य किसी की। यदि ज़मीन वक्फ इमामबाड़े की है तो बिना वक्फ बोर्ड की इजाज़त एक इंच भी निर्माण नहीं होने दिया जाएगा, क्योंकि यह मामला धार्मिक आस्था से जुड़ा है।”
स्थिति तनावपूर्ण होते देख थानाध्यक्ष जफराबाद श्रीप्रकाश शुक्ला फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों से बातचीत के बाद उन्होंने एक सप्ताह का समय दिया है। इस अवधि में राजस्व की टीम मौके पर पहुंचकर भूमि का पूरा माप लेगी और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
फिलहाल दोनों पक्ष पुलिस के आश्वासन पर मान गए हैं और एक सप्ताह तक निर्माण कार्य रोक दिया गया है।

