साइबर ठगी शिकार महिला को मिली बड़ी राहत ,15.20 लाख की रकम लौटेगी पीड़िता को
जौनपुर साइबर क्राइम पुलिस की बड़ी सफलता, न्यायालय के आदेश से होगी धनवापसी
जौनपुर। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच जौनपुर साइबर क्राइम पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। इन्वेस्टमेंट फ्रॉड का शिकार हुई महिला के 15 लाख 20 हजार 399 रुपये न्यायालय के आदेश पर वापस किए जाएंगे। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से ठगी गई रकम समय रहते बैंक खातों में होल्ड करा ली गई थी।पुलिस अधीक्षक जौनपुर के निर्देशन में साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। एसपी सिटी आयुष कुमार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन, क्षेत्राधिकारी नगर देवेश सिंह के पर्यवेक्षण तथा साइबर क्राइम थाना प्रभारी महेश पाल सिंह के नेतृत्व में साइबर टीम ने मामले में तेजी दिखाई।
पीड़िता गीतिका पुत्री अरविंद कुमार शर्मा, निवासी चांदमारी, थाना लाइनबाजार, जौनपुर को अज्ञात साइबर ठगों ने निवेश (इन्वेस्टमेंट) का झांसा देकर 15.20 लाख रुपये की ठगी का शिकार बना लिया था। ठगी का आभास होते ही पीड़िता ने तत्काल साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलते ही साइबर पुलिस टीम ने तकनीकी जांच शुरू की और विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर की गई पूरी रकम को फ्रीज/होल्ड करा दिया।
साइबर थाना पुलिस ने मामले में माननीय न्यायालय में प्रभावी पैरवी की। इसके बाद 24 जनवरी 2025 को न्यायालय ने होल्ड की गई पूरी धनराशि को पीड़िता के खाते में वापस करने का आदेश पारित किया। आदेश मिलने के बाद पीड़िता ने जौनपुर पुलिस की कार्यप्रणाली की सराहना की और आभार जताया।
इस सफलता में साइबर क्राइम थाना प्रभारी महेश पाल सिंह, साइबर सेल प्रभारी राजेश कुमार यादव, कांस्टेबल संग्राम यादव सहित साइबर थाना और सेल के कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साइबर अपराध के मामलों में त्वरित सूचना और सतर्कता से ही ठगी की रकम बचाई जा सकती है। आमजन से अपील की गई है कि किसी भी ऑनलाइन निवेश से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें और ठगी होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन या थाने में शिकायत दर्ज कराएं।

