खिताबी मुकाबले में गाजीपुर को परास्त करके केराकत बनी विजेता
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सिझवारा राज्यस्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता का महामुकाबला हुआ सम्पन्न
खिलाड़ियों के परिचय व राष्ट्रगान के साथ मैच को कराया गया प्रारम्भ
मैच के दूसरे हाफ में गाजीपुर की टीम जहां एक गोल दाग मैच में वापसी करने के उद्वेश्य से उतरी तो वहीं केराकत की टीम गाजीपुर को गोल दागने से रोक खिताबी मुकाबले को जीतने के उद्देश्य से मैदान में उतरी। दूसरे हाफ के आखिर मिनट तक दोनों टीम के खिलाडी गोल दागने में असफल रहे और केराकत की टीम गाजीपुर को 1-0 से परास्त कर प्रतियोगिता का विजेता बनी। मुख्य अतिथि पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनय सिंह ने विजेता टीम को चमचमाती ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। वहीं उपविजेता टीम को विशिष्ठ अतिथि संजय सिंह ने चमचमाती ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले गाजीपुर के खिलाड़ी आसिफ को मैच हॉफ द मैच से नवाजा गया। वहीं मैच शानदार प्रदर्शन करने वाले केराकत की टीम के गोलकीपर खिलाड़ी हुसैद अंसारी को लक्ष्मी बिल्डिंग मैटेरियल एवं हार्डवेयर की तरफ से मैन ऑफ़ द मैच से सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में प्रदुम्न यादव, मनीष निषाद व संतराम निषाद रहे।मंच पर अरविंद यादव, पूर्व प्रधान संतोष यादव, फौजी सुभाष यादव, कमला यादव, पूर्व जिला पंचायत शर्मीला यादव, प्यारे लाल, जिया लाल, बसंत कुमार, उमेश कुमार, कायम खान, रूपेश शर्मा, स्वतंत्र कुमार, पारसनाथ, नवनीत यादव, मीडिया प्रभारी वेदप्रिय साहू समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
ऐतिहासिक मैदान फुटबॉल प्रेमियों से खचाखच भरा रहा। समय—समय पर खिलाड़ियों का दर्शकों द्वारा उत्साहवर्धन करते हुए देखा गया। एकेडमी के अध्यक्ष राजेश साहू ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता के महामुकाबले के स्वागताकांक्षी आरपीएस संस्थान के प्रबंधक कृष्ण कुमार यादव रहे। मैच की कमेंट्री वीरेंद्र कुमार उर्फ बीरू यादव, विनोद साहू व सुनील कन्नौजिया ने संयुक्त रूप से किया।
खेल हमारे जीवन के लिये बहुत है महत्वपूर्ण: विनय सिंह
सिझवारा राज्यस्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता के महामुकाबले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मुफ्तीगंज पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनय सिंह ने विजेता और उपविजेता टीम को बधाई देते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। खेल हमें जीवन मे बहुत कुछ सिखाता है। खेल में हार जीत लगा रहता है। इसमें निराश होने की जरूरत नहीं है, बल्कि अपनी गलतियों एवं कमियों को सुधार कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। खेल से हम स्पर्धा, समर्पण, मेहनत और टीम भावना सीखते हैं।
शान्ति भंग के आधे दर्जन

