मानवाधिकारों के हनन का सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार है : वकार हुसैन
इसी क्रम में हिंदुस्तान मानवाधिकार द्वारा जिला कैंप कार्यालय में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दीवानी न्यायालय के पूर्व ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अब्बास हुसैन ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हिंदुस्तान मानवाधिकार के राष्ट्रीय महासचिव एवं मिशन रिमूव करप्शन के संचालक वकार हुसैन ने देशभर में बढ़ रहे मानवाधिकार उल्लंघनों को गंभीर चिंता का विषय बताया। उन्होंने कहा कि आज मानवाधिकारों के हनन का सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार है।
वकार हुसैन ने कहा, “एक पुलिस विभाग ही नहीं, लगभग हर विभाग भ्रष्टाचार की चपेट में है। हद तो यह है कि अब न्यायालय भी इस खतरे से अछूते नहीं रह गए हैं।”
सेमिनार में डिप्टी चीफ डिफेन्स काउंसिल, जनपद न्यायालय जौनपुर एवं पूर्व जूरीज जज डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार हर व्यक्ति को जन्म से मृत्यु तक प्राप्त होते हैं और इनमें जाति, धर्म, लिंग या देश-विदेश की सीमाएं आड़े नहीं आतीं।
उन्होंने आगे कहा कि “जीवन का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, अभिव्यक्ति का अधिकार और सुरक्षा का अधिकार—ये सभी मानवाधिकार के मूल तत्व हैं।”
सेमिनार की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी एवं पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व प्रबंधक ज्ञान कुमार ने की। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सहारा के ब्यूरो चीफ एवं हिंदुस्तान मानवाधिकार के मीडिया प्रभारी हसनैन कमर दीपू ने किया।
कार्यक्रम में डॉ. नौशाद अली, मिंटू, मानवाधिकार के विधि सलाहकार एडवोकेट सकलैन हैदर, पूनम विश्वकर्मा, गवर्नमेंट कॉलेज के पूर्व प्रवक्ता सूबेदार यादव, शिवानंद यादव, तथा संस्था के प्रेस विज्ञप्ति प्रभारी नौशाद अली सहित कई गणमान्य लोगों ने सहभागिता की।

